रुक नहीं रही अघोषित घाटों से रेत की चोरी
कोरबा। शहर के भीतर और बाहरी क्षेत्रों में उपनगरीय व ग्रामीण अंचलों में बंद और अघोषित घाटों से रेत चोर अपनी करतूत से बाज नहीं आ रहे। खनिज, राजस्व और पुलिस के विभाग के बीच सामंजस्य के अभाव से रेत चोरों का मनोबल बढ़ा हुआ है। पिछले 5 दिन से रेत की चोरी थमी हुई थी, लेकिन रेत चोरों ने अपना रास्ता निकाल ही लिया। सोमवार को रात 9 बजे के बाद से आधी रात और तड़के तक रात के सन्नाटे में थाना-चौकी के सामने से ट्रैक्टरों की आवाजाही जारी रही।
कोरबा शहर के भीतर मोतीसागरपारा के बंद रेत घाट से रेत की बेतहाशा चोरी रोकने के लिए खनिज विभाग ने यहां प्रवेश द्वार से लेकर भीतर जाने के रास्ते पर गड्ढे तो खुदवा दिए, लेकिन चोरों के लिए तो कई और भी रास्ते खुले होते हैं। इन रास्तों का उपयोग किया जा रहा है। इसी तरह गैर आबंटित गेरवाघाट से भी रेत की चोरी सोमवार की रात की गई। खासकर रात के वक्त होने वाली चोरी को पकड़ने में खनिज और राजस्व अमला नाकाम है। वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश अनुसार तय की गई जिम्मेदारी में कलेक्टर के साथ-साथ पुलिस अधीक्षक की ओर से भी रेत की चोरी रोकने अथवा चोरी होने पर एफआईआर दर्ज करने का पालन होता नजर नहीं आ रहा है।