November 22, 2024

नारी सर्वदा ही पूजनीय और वंदनीय रहीं हैं : प्रेमलता

0 विश्व महिला दिवस के उपलक्ष्य में आईपीएस दीपका में किया गया महिलाओं का सम्मान
0 डीएफओ कोरबा, नपाप दीपका अध्यक्ष संतोषी दीवान व जनपद सदस्य कटघोरा लता कंवर रहीं अतिथि

कोरबा।
दीपका स्थित इंडस पब्लिक स्कूल में नारी सम्मान का पर्व विश्व महिला दिवस नारी सशक्तिकरण के रूप में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का संचालन रीतिका शुक्ला एवं दीक्षा शर्मा ने किया। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में प्रेमलता यादव डीएफओ कटघोरा, डॉ. शशि सिंधु प्रेसीडेंट महिला क्लब, संतोषी दीवान अध्यक्ष नगरपालिका परिषद दीपका, लता कंवर जनपद सदस्य कटघोरा, डॉ. सुनीता साहू व चंद्रा सदस्य एसीबी महिला समिति विशेष रूप से उपस्थित थे। इस अवसर पर विद्यालय में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

सर्वप्रथम अपने क्षेत्र में सफल महिला अतिथियों को विद्यालय की शिक्षिका रुमकी हलधर ने तिलक लगाकर एवं पुष्प्गुच्छ देकर स्वागत किया। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के तैल्य चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन से हुई। विद्यालय के नृत्य प्रशिक्षक हरि सारथी एवं रुमकी हलधर के दिशानिर्देशन में शिक्षिकाओं एवं आगंतुक महिलाओं ने आकर्षक नृत्य की प्रस्तुति दी जो कि नारी सशक्तिकरण थीम पर आधारित थी। विद्यालय की शिक्षिकाओं ने भी विश्व भर में नारी की महिमा को मंडित करती नयनाभिराम नृत्य की प्रस्तुति दी। आगंतुक महिलाओं के लिए विद्यालय में रोचक खेलों का भी आयोजन किया गया। इन खेलों सभी ने भरपूर आनंद लिया। विद्यालय की खेल प्रशिक्षिका निकिता थापा ने कर्णप्रिय गीत की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में उपस्थित आगंतुक महिलाओं ने रैंप वाक कर शमा बिखेर दी। कार्यक्रम में विश्वभर की महिलाओं के सम्मान में केक कटिंग कर सम्मान प्रकट किया गया।
मुख्य अतिथि डीएफओ प्रेमलता यादव ने कहा कि आज का दिन विश्व भर में महिलाओं को सम्मान देने का दिन है। हम आज के ही दिन क्यों महिलाओं के प्रति हमारे हृदय में हमेशा सम्मान रहना चाहिए। कहा भी जाता है-यत्र नारयस्तु पुज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता। अत: हमें सदा नारियों का सम्मान करना चाहिए। आज हमें महिलाओं के नाम पर ही सम्मान नहीं अपितु उनके कार्यों एवं उपलब्धियों को देखकर सम्मान करना चाहिए। डॉ. शशि सिंधु ने कहा कि आज नैतिक शिक्षा अति अनिवार्य है। आज महिलाओं को शिक्षित होने के साथ-साथ ही साथ स्वावलंबी होना अतिअनिवार्य है। समाज बदलेगा तो परिवार बदलेगा, परिवार बदलेगा तो अच्छे राष्ट्र का निर्माण होगा। संतोषी दीवान ने कहा कि आज महिलाएं प्रत्येक क्षेत्र में अव्वल हैं। आज वे पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं। आज उन्हें हम किसी भी स्तर में कम नहीं आंक सकते। आज वे प्रत्येक क्षेत्र में अपनी सफलता का परचम लहरा रही हैं। लता कंवर ने कहा कि आज से ही नहीं सनातन काल से ही महिलाओं का अपना विशेष स्थान रहा है। वे सदा से ही पूजनीय रही हैं। उनका सम्मान जमीनी स्तर पर भी सदा होना चाहिए। आज स्थिति बदल गई है। आज महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के प्रति सरकार भी कटिबद्ध है।

विद्यालय के प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने कहा कि आज कोई भी क्षेत्र महिलाओं की उपस्थिति से अछूता नहीं है। वे प्रत्येक क्षेत्र में अपनी सफलता का परचम लहरा रहीं हैं। भारतीय संस्कृति में नारी के सम्मान को बहुत महत्व दिया गया हैं। बच्चों में संस्कार भरने का काम मां के रूप में नारियों के द्वारा ही किया जाता है। नारी प्रकृति की अनुपम देन है। नारी धरती से भी ज्यादा सहनशील है। उसके अंदर हर प्रकार की योग्यताएं एवं कुशलताएं भरी हुई हैं।
कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के कोआर्डिनेटर सव्यसाची सरकार एवं सोमा सरकार सहित सभी शिक्षक-शिक्षकाओं का विशेष सहयोग रहा। प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने आमंत्रित अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। अंत में अतिथियों के प्रति आभार नाजनीन ने धन्यवाद ज्ञापन देकर व्यक्त किया।

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