कोयला खदान कर्मियों की होगी बायोमेट्रिक हाजिरी
0 कोल इंडिया ने जारी किया आदेश
कोरबा। कोल इंडिया और इसकी सहयोगी कंपनियों में कोरोना काल से बंद बायोमेट्रिक हाजिरी को एक बार फिर चालू करने की कवायद शुरू हो गई है। इसके लिए कोल इंडिया चेयरमैन ने एसईसीएल सहित सभी कंपनियों के सीएमडी को निर्देश जारी किया है। इसमें बायोमेट्रिक हाजिरी लागू करने के लिए कहा गया है। इसे पूरा करने के लिए 31 मई तक का समय सहयोगी कंपनियों को दिया गया है।
चेयरमैन ने बायोमेट्रिक हाजिरी के लिए अगले हफ्ते तक रोडमैप करने कहा है। निर्धारित अवधि तक सभी एरिया स्तर पर इसे पूरा करने कहा गया है। कोल इंडिया के चेयरमैन ने यह पत्र 30 मार्च को सभी कंपनियों के सीएमडी को लिखा है। इसकी पुष्टि श्रमिक संगठन बीएमएस की ओर से भी कई है। कोरबा जिले की कोयला खदानों में लगभग 14 हजार कामगार कार्यरत हैं। इसके अलावा ठेका कंपनियों में बड़े पैमाने पर मजदूर काम करते हैं। खदानों में छोटी-बड़ी गाड़ियों के चलाने के अलावा भारी मशीनों की रिपेयरिंग भी इन मजदूरों के द्वारा की जा जाती है। कोयला खनन और परिवहन में ठेका मजदूरों की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है। कई बार ठेका कंपनियां खदानों में काम करने वाले ठेका मजदूरों की नियमित हाजिरी नहीं लगाती हैं। निर्धारित दर पर मजदूरी का भुगतान नहीं करती हैं। उनका शोषण करती है। उम्मीद है बायोमेट्रिक हाजिरी लगने से ठेका कंपनियां एसईसीएल प्रबंधन को सही जानकारी देंगी।