गेवरा खदान विस्तार के लिए पर्यावरणीय जनसुनवाई का इंटक ने किया विरोध
0 भू-विस्थापितों की मांग पूर्ण नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी
कोरबा। आगामी दिनों में गेवरा खदान का विस्तार किया जाना है, जिस पर आंदोलन के संकट का बादल मंडरा रहा है। राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस ने समस्याओं के निराकरण नहीं होने पर विस्तार की पर्यावरणीय स्वीकृति के लिए आयोजित जनसुनवाई के विरोध का ऐलान किया है।
इंटक जिलाध्यक्ष श्यामू जायसवाल ने कहा कि श्रमिकों के साथ हो रहे शोषण व अन्याय को रोक पाने में एसईसीएल प्रबंधन व प्रशासन अगर सफल नहीं होती हैं तो आगामी 6 जून को गेवरा व 9 जून को दीपका में पर्यावरणीय स्वीकृति के लिए होने वाली जनसुनवाई का विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इंटक अपने श्रमिक साथियों का हक और अधिकार दिलवाने में स्वयं सक्षम है। आने वाले समय में खदानों को पूर्णत: बंद करके अपना विरोध दर्ज कराया जायेगा। राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक ने एसईसीएल में नियोजित निजी कंपनियों में कार्यरत कर्मियों की 8 सूत्रीय मांगों को लेकर खदानबंदी की चेतावनी दी थी। आंदोलन को कटघोरा विधायक ने भी समर्थन दिया था। इसे लेकर कटघोरा अनुविभागीय अधिकारी ने संज्ञान लेते हुए निजी कंपनियों के अधिकारियों को मजदूरों की समस्याओं पर संवाद के लिए 31 मई को बुलाया था। बुधवार को एसईसीएल दीपका में बैठक हुई थी। पुन: शुक्रवार को एसईसीएल गेवरा सभागार में बैठक हुई। अनुविभागीय अधिकारी कटघोरा, दीपका तहसीलदार, राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक के जिलाध्यक्ष, कटघोरा विधायक, एसईसीएल महाप्रबंधक, अधिकारी और ठेकाकर्मियों की उपस्थिति में बैठक शुरू हुई। इससे पहले ठेकाकर्मी सुबह 10 बजे से ही एसईसीएल गेवरा ऑफिस में इक_ा होने लगे। अनुविभागीय अधिकारी ने संवाद चर्चा शुरू किया। कंपनियों के प्रतिनिधि व एमडी के जवाब सुनकर एसडीएम ने नाराजगी जताई। उन्होंने सख्त रुख अपनाते हुए कर्मियों की मांगों पर गंभीरता से पालन करने के आदेश दिए। शनिवार तक निजी कंपनियों को कर्मियों की सूची, पेमेंट स्लिप, कितने घंटे काम लिया जाता है इसका रिकॉर्ड व दस्तावेजों को अनुविभागीय दंडाधिकारी कटघोरा कार्यालय में जमा करने का निर्देश दिया है। चर्चा के दौरान इंटक जिला महासचिव शेत मसीह, ब्लॉक हरदी अध्यक्ष संत चौहान, अभिषेक कंवर, सोनू चौहान, सियाराम कुर्रे, रवि रंजन, कान्हा अहीर, घासी भारद्वाज, राघवेंद्र सिंह राठौर सहित विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधि व एसईसीएल के अधिकारी उपस्थित रहे।