November 7, 2024

श्रीकृष्ण की बाल लीला, गोवर्धन पूजा व महारास कथा का किया वर्णन

0 पुरानी बस्ती हरदीबाजार में श्रीमद् भागवत कथा
-विनोद उपाध्याय

कोरबा (हरदीबाजार)।
पुरानी बस्ती हरदीबाजार में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ जारी है। कथा के पंचम दिवस पर व्यास पीठ से महराज देव कृष्ण शर्मा ने भागवान श्री कृष्ण की बाल लीला का वर्णन करते हुए पूतना वध की कथा सुनाई।
शर्मा ने कहा कि कंस श्री कृष्ण को बाल्यावस्था में ही मारने के लिए राक्षसी पूतना को रूप बदल कर जाने व स्तनपान कराने को कहा। पूतना के दूध में विष था, जो भगवान श्री कृष्ण को ज्ञात था। जैसे ही पूतना ने श्री कृष्ण को स्तनपान कराया, भगवान ने अपने मुंह से स्तन को जोर से दबाया जिससे राक्षसी पूतना की मौत हो गई। भगवान श्री कृष्ण की बाल सखाओं के साथ माखन चोरी की कथा का विस्तार से वर्णन किया। अंतिम कथा गोवर्धन लीला की हुई। गोकुलवासी प्रत्येक वर्ष भगवान इंद्र की पूजा करते थे। तब भगवान श्री कृष्ण गोकुलवासियों को भगवान इंद्र की पूजा न करने और जिससे आपका जीवन यापन हो रहा है, गोवर्धन पर्वत की पूजा करने को कहा। जब सभी गोकुलवासी गोवर्धन पर्वत की पूजा करने लगे जिससे भगवान इंद्र क्रोधित होकर अतिवर्षा कर सभी गोकुलवासियों को बहा ले जाने पर उतारु हो गये, तब भगवान श्री कृष्ण ने अपने चीनी उंगली से गोवर्धन पर्वत को उठाकर सभी गोकुलवासियों की रक्षा की। प्रकृति की रक्षा के लिए ही इस धरा धाम पर भगवान का प्राकट्य हुआ भगवान ने एक शिक्षा प्रदान की है। यदि इस संसार में जीवन तभी रहेगा, जब प्रकृति की आप रक्षा करते हैं। प्रकृति की रक्षा कर हम भगवान श्री कृष्ण को प्रसन्न कर सकते हैं। उनका जन्म सभी जीवों की रक्षा व उद्धार करने के लिए हुआ है। कथा का रसपान करने कमलेश संध्या राठौर, शकुंतला रमेश, गोमती किशोर, प्रमिला लक्ष्मीनारायण, दुर्गेश नंदिनी उमाशंकर, ललिता विजय, बद्री प्रसाद राठौर, रघुनाथ राठौर, प्रदीप राठौर, जगदीश राठौर, मदन राठौर, इंद्रा राठौर, बलदेव अहिर, नकुल यादव, लाला राठौर, बेचू गौंटिया, जगदेव राठौर, ओम श्रीवास, दिलीप राठौर, रामरतन राठौर आशीष यादव, पप्पू राठौर, शैलेंद्र राठौर, संजय, राजू, विनोद, राजाराम सहित गांव व क्षेत्र से बड़ी संख्या में भागवत प्रेमी पहुंचे।

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