हाथियों की सतत् निगरानी में जुटा वन अमला, अलग-अलग झुंड में 30 हाथी कर रहे विचरण
कोरबा। जिले के कटघोरा वनमंडल के पसान रेंज में हाथी समस्या फिर बढ़ गई है। यहां के जल्के सर्किल के बनिया और सेमरहा गांव में 30 की संख्या में हाथी दो अलग-अलग झुंड में घूम रहे हैं। हाथियों ने फिलहाल क्षेत्र में कोई बड़ा नुकसान नहीं पहुंचाया है, लेकिन हाथियों के उत्पात मचाए जाने की संभावना को देखते हुए वन विभाग का अमला हाथियों की सतत निगरानी में जुट गया है।
हाथियों की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही है। वन अमला इस कोशिश में लगा है कि हाथियों का दल रिहायशी क्षेत्रों में घुसने न पाए और जंगल ही जंगल विचरण करता रहे। जानकारी के अनुसार पसान रेंज के दो गांव में सक्रिय हाथियों की संख्या 30 है, जिसमें से 23 हाथी बनिया के जंगल में हैं जबकि 7 हाथी सेमरहा बीट में घूम रहे हैं। इससे पहले हाथियों का यह दोनों दल केंदई रेंज के कोरबी सर्किल एवं लालपुर डंपिंग एरिया में सक्रिय थे। हाथियों के पसान रेंज में सक्रिय होने से वन अमले की परेशानी बढ़ गई है। वहीं ग्रामीणों की भी चिंता में भी इजाफा हुआ है। उन्हें यह डर सता रहा है कि कहीं हाथी बस्ती में आकर जान-माल को नुकसान न पहुंचा दे। वन अमला हाथियों को नियंत्रित करने को लेकर चिंता में दिखाई दे रहा है। इधर कोरबा वनमंडल के कुदमुरा रेंज अंतर्गत जिल्गा गांव में धमके हाथियों के दल ने फिर धरमजयगढ़ का रुख कर लिया है। हाथियों का यह दल जिल्गा जंगल से रात 11 बजे के लगभग निकला और जंगल ही जंगल विचरण करते हुए कुदमुरा रेंज की सीमा को पार कर धरमजयगढ़ के खड़गांव पहुंच गया। हाथियों का यह दल वर्तमान में यहां विचरण कर रहा है। संबंधित क्षेत्र के अधिकारी व कर्मचारी हाथियों के लौटने से फिर सतर्क हो गए हैं।