एसडीएम के आदेश के बाद अब सर्वमंगला नहर मार्ग पर नहीं दौड़ेंगे भारी वाहन
0 मार्ग के दोनों ओर लगाए गए खंभे
कोरबा। नहर मार्ग पर बनाए गए वैकल्पिक मार्ग में भारी वाहनों के कारण हादसे का खतरा बना हुआ था। फिसलन के कारण जाम की स्थिति निर्मित हो रही थी, जिसे लेकर स्थानीय लोगों के विरोध प्रदर्शन के बाद एसडीएम के आदेश पर भारी वाहनों के संचालन पर रोक लगा दिया गया है। मार्ग के दोनों ओर खंभे लगाए जा रहे हैं। प्रशासन की इस कदम से कोरबा-कुसमुंडा मार्ग पर जाम से राहत मिलने की उम्मीद है।
जिले के सर्वमंगला नहर मार्ग पर नहर और सड़क को काटकर उरगा की ओर से कुसमुंडा जाने रेल लाइन बिछाने के लिए ब्रिज बनाने का कार्य चल रहा है। ऐसे में इस क्षेत्र के लोगों को कोरबा आने जाने के लिए वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था की गई है, जो वर्तमान में भारी वाहनों के चलने से बेहद जर्जर हो चुकी है। इस सड़क पर चलने वाले आसपास के ग्रामीणों ने प्रशासन को पत्र लिखकर उन्हें होने वाली समस्या से अवगत कराया था। बावजूद कई माह बीतने पर भी समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दिया गया, जिससे समस्या और विकराल हो गई। आलम यह हुआ की भारी वाहन वैकल्पिक मार्ग पर फिसलने और फंसने लगे। ऐसे में हल्के वाहनों का मार्ग अनेक बार अवरुद्ध होने लगा। बड़ी दुर्घटना की भी आशंका होने लगी। ग्रामीणों ने बीते सोमवार को जाम लगने वाले स्थान पर खड़े होकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। अगले दिन आनन-फानन में एसडीएम की ग्रामीणों के साथ बैठक हुई, जिसमें यह निर्णय हुआ कि सर्वमंगला चौक से भारी वाहनों की आवाजाही पूर्ण रूप से बंद कर दी जाएगी। एसईसीएल कुसमुंडा प्रबंधन को सर्वमंगला चौक और जोड़ा पुल पर रेलिंग लगाने निर्देशित किया गया है। साथ ही जर्जर हो चुके वैकल्पिक सड़क को सुधारने ठेका कंपनी को कहा गया है। अब कोयला लदान के लिए भारी वाहनों को कुसमुंडा खदान के 4 नंबर बैरियर आने जाने के लिए उरगा की ओर से कनबेरी होते हुए आवागमन करना होगा। वहीं अब इसके बाद सर्वमंगला चौक पर भारी वाहनों का रुकना भी बंद हो जाएगा। सर्वमंगला मार्ग से जाने के लिए सर्वमंगला चौक पर भारी वाहनों का जमावड़ा लगा रहता था, जिससे हल्के वाहन प्रतिदिन जाम में फंसा करते थे। निश्चित रूप से प्रशासन के इस कदम से राहगीरों को बड़ी राहत मिलेगी।