गणेश की मूर्तियों पर चढ़ा महंगाई का रंग, कीमत में हुई बढ़ोतरी
कोरबा। आज के दौर में हर वस्तु की महंगाई बढ़ी है। इससे गणेश उत्सव भी अछूता नहीं है। इस बार गणेश की मूर्तियों पर भी महंगाई का रंग चढ़ चुका है। पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार मूर्तियों के दाम में इजाफा देखने को मिल रहा है।
पावर हाउस रोड में अपने कारीगरों के साथ मूर्ति निर्माण में लगे मूलत: पश्चिम बंगाल के कारीगर ने बताया कि पिछले वर्ष के मुकाबले अबकी बार लगभग 10 फीसदी अधिक कीमत पर मूर्तियां लोगों को उपलब्ध होगी। मुख्य रूप से कच्चे माल की कीमतों में वृद्धि होने के साथ-साथ पारिश्रमिक की दर बढ़ाने का सीधा असर उत्पाद पर पड़ता है। फिर भी बड़े पैमाने पर मूर्तियों के ऑर्डर मिले हैं। मंगलकारी और विभिन्न विनाशक भगवान गणेश का उत्सव भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से प्रारंभ हो रहा है। समय काफी नजदीक है, इसलिए मूर्तियों को अंतिम रूप देने में शिल्पकार जुटे हुए हैं। उनके हर कैम्प में तेज रफ्तार से काम को किया जा रहा है, ताकि चतुर्थी से पहले संबंधित आयोजकों को मूर्तियां उपलब्ध कराई जा सके। विभिन्न हिस्सों में गणेश उत्सव को मनाने का विधान लगभग एक जैसा है, लेकिन कुछ स्थानों पर सुविधा के अनुसार मूर्तियों की स्थापना करने के साथ उनका विसर्जन कर दिया जाता है। देवताओं में प्रथम पूज्य और सभी तरह से मंगल करने वाले भगवान गणपति की उपासना भाद्रपद मास में करने की परंपरा सदियों से बनी हुई है। चतुर्थी को उनकी मूर्तियां स्थापित करने के साथ अनंत चतुर्दशी तक पूजी जाती है। औद्योगिक नगर कोरबा के शहरी और ग्रामीण अंचल में इस पर्व को लेकर विशेष तैयारी की जा रही है। सैकड़ों स्थान पर मूर्तियों की स्थापना की जाएगी। इसके लिए इन दिनों मूर्तिकारों के विभिन्न कैंप में मूर्तियों को फाइनल टच देने का काम किया जा रहा है। सीतामढ़ी, सीएसईबी चौक, बालकोनगर, कटघोरा, दीपका क्षेत्र में मूर्तिकार फिलहाल तेज गति से गणेश प्रतिमाओं को पूर्ण करने में जुटे हैं।