November 7, 2024

शिवाजी नगर में इस साल इंडोर में रहेगी डांडिया की धूम

0 शारदा विहार में वैष्णो दरबार की दिखेगी झलक
कोरबा।
इस शारदीय नवरात्र मां के भक्तों को अनेक दुर्गा पंडालों में भव्यता की झलक देखने को मिलेगी। इसके अलावा जिले प्रसिद्ध डांडिया मैदान शिवाजी नगर में सुरक्षा को तवज्जो देते हुए इंडोर पंडाल का निर्माण कराया जा रहा है। यहां आकर्षक वाटर रैन लाइट के साथ-साथ प्रतिदिन अलग-अलग भोग प्रसाद भक्तों को आकर्षित करेगा। शिवाजी नगर के इस उत्सव को इस वर्ष 29वां वर्ष पूर्ण हो रहा है। लिहाजा समिति ने विशेष तैयारियां शुरू कर दी है।
शारदीय नवरात्र को लेकर शहर के कुछ चुनिंदा स्थानों में भव्यता की झलक हर वर्ष देखने को मिलती है। इस वर्ष भी इन्हीं स्थानों में मां के आगमन को लेकर विशेष तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इन स्थानों में राजेन्द्र प्रसाद नगर दशहरा मैदान, शिवाजी नगर डांडिया मैदान, महाराणा प्रताप नगर, एसईसीएल सुभाष ब्लॉक और भगत सिंह कॉलोनी, शारदा विहार, इंदिरा विहार टीपी नगर, पुराना बस स्टैंड और रानी महल के समीप विराजित होने वाली मातारानी प्रमुख हैं। बात करें उपनगरीय क्षेत्रों की तो इनमें कुसमुंडा, गेवरा, दीपका, बांकीमोंगरा, ढेलवाडीह, सुराकछार, दर्री-जमनीपाली, छुरी-कटघोरा, बालको और रजगामार में भी सार्वजनिक समितियों की ओर से भव्य और आकर्षक पंडालों में शेरों वाली की प्रतिमा विराजित की जाती है जहां तैयारियों जोरों पर है। इसके अलावा जिले के ग्रामीण अंचलों में भी पूरे भक्ति भाव से मां दुर्गा की प्रतिमा विराजित कर आराधना होती है। इस वर्ष शिवाजी नगर गरबा डांडिया एवं दशहरा उत्सव समिति ने यहां होने वाले नवरात्र और दशहरा उत्सव को लेकर विशेष तैयारियां शुरू कर दी है। समिति के अध्यक्ष वैभव शर्मा ने बताया कि उनके उत्सव का यह 29वां वर्ष है और इस वर्ष भक्तों को यहां होने वाले उत्सव का अलग नजारा देखने को मिलेगा। शर्मा ने बताया कि शिवाजी नगर में होने वाला डांडिया संपूर्ण गुजराती परंपरा के अनुसार होता है और इस वर्ष सुरक्षा के लिहाज से मैदान में इंडोर पंडाल का निर्माण कराया जा रहा है। यहां आकर्षक विद्युत लाइटें अनायास ही भक्तों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करेंगी। यहां लाइटिंग के दौरान वर्षा की झलक भक्तों को देखने मिलेगी। इसके अलावा यहां डांडिया करने वाले महिलाओं और युवतियों ने गरबा के लिए इस वर्ष गुजरात से स्पेशल परिधान तो पुरुषों ने भी विशेष वस्त्र मंगाया है। यहां बता दें कि शिवाजी नगर डांडिया मैदान में शारदीय नवरात्र के दौरान 9 दिन तक मातारानी की ज्योत प्रज्ज्वलित होती है, जिसका अपना ही अलग महत्व है। इसके अलावा शहर में अलग-अलग स्थानों में विराजित होने वाली मातारानी की प्रतिमा के लिए भी समितियां इस वर्ष कुछ अलग हटकर पंडालों का लुक दे रही हैं। शारदा विहार श्री नवदुर्गा उत्सव समिति इस वर्ष वैष्णव दरबार की तर्ज पर भव्य पंडाल का निर्माण कराएगी।
0 नौ दिन तक माता की भक्ति में डूबा रहेगा अंचल
इस वर्ष, शारदीय नवरात्र का आरंभ 15 अक्टूबर को हो रहा है। आदिशक्ति की आराधना का यह पर्व प्रत्येक अश्विन मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होकर पूरे 9 दिन तक चलता है। इस वर्ष माता रानी का आगमन गज अर्थात हाथी पर हो रहा है और गमन भैंसे पर। इस संदर्भ में ज्योतिषाचार्य दशरथ नंदन द्विवेदी ने बताया कि नवरात्र के पहले दिन के आधार पर मां दुर्गा की सवारी के बारे में पता चलता है। नवरात्र में माता की सवारी का विशेष महत्व होता है और माता हाथी पर सवार होकर धरती पर आ रही हैं। हाथी पर माता का आगमन इस बात की ओर संकेत कर रहा है कि इस वर्ष खूब अच्छी वर्षा होगी और खेती अच्छी होगी। वहीं माता के गमन की बात करें तो इस वर्ष सोमवार के दिन माता की विदाई होगी। इसका मतलब है कि माता का गमन भैंसे पर होगा, जो अशुभ माना जाता है। भैंसे की सवारी पर माता रानी के जाने का संकेत देता है कि देश में शोक और रोग बढ़ेगा।

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