November 22, 2024

लैंको अमरकंटक पावर प्लांट का अगला मालिक कौन, फैसला 10 फरवरी को

0 नीलामी की प्रक्रिया से गुजर रही है लैंको
कोरबा।
600 मेगावाट लैंको अमरकंटक पावर प्लांट की चल रही नीलामी प्रक्रिया अब पूर्ण होने वाली है। दो साल से भी अधिक समय से लंबित इस मामले की 10 फरवरी को नेशनल कंपनी ला ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) हैदराबाद में अंतिम सुनवाई होगी।
कोरबा-चांपा मार्ग में ग्राम पताढ़ी में 1337 एकड़ भूमि में लैंको की 300-300 मेगावाट की दो इकाई वर्ष 2008-09 से संचालित है। इसी परिसर में वर्ष 2012-13 में 660-660 मेगावाट की दो विस्तार परियोजना का निर्माण काम शुरू किया गया। इसकी जवाबदारी लैंको इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड (एलआइपीएल) को सौंपी गई थी। कंपनी ने पावर फाइनेंस कारपोरेशन से लगभग नौ हजार करोड़ रुपये ऋण लिया था। बताया जा रहा है कि प्रारंभ काल से ही लैंको संयंत्र से आंध्र प्रदेश 300 मेगावाट विद्युत आपूर्ति कर रही थी। इसके निर्माण के बीच ही कंपनी की आर्थिक स्थिति डांवाडोल हो गई और काम बंद करना पड़ा। करीब 70 प्रतिशत विद्युत संयंत्र का निर्माण कार्य हो चुका है। देनदारी का विवाद एनसीएलटी में पहुंच गया। नौबत संयंत्र के नीलामी की आ गई। 14,632 करोड़ के कर्ज में दबी यह कंपनी दिवालिया घोषित हो चुकी है। अदानी समूह ने 4,100 करोड़ रुपये व जिंदल ने 4,210 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। हालांकि जिंदल ने बाद में अपनी पेशकश वापस ले ली। इसके बाद कर्ज देने वाले केंद्र सरकार के उद्यम पीएफसी व बैंकों ने एनसीएलटी के समक्ष नए सिरे से बोली आमंत्रित करने की बात रखी। माना जा रहा है कि न्यायालय में सुनवाई के बाद लैंको के आधिपत्य पर फैसला हो जाएगा।
लैंको अमरकंटक पावर लिमिटेड को पहले खरीदने की रेस में अडानी पावर को नवीन जिंदल की कंपनी जिंदल पावर से कड़ी टक्कर मिल रही थी। जिंदल पावर ने तो लैंको अमरकंटक के लिए अडानी से बड़ी बोली भी पेश की थी। नवीन जिंदल की कंपनी अचानक रेस से बाहर हो गई है। लैंको अमरकंटक को खरीदने की रेस से जिंदल पावर द्वारा खुद को बाहर करने से अदानी पावर के लिए सौदा आसान हो गया है। लैंको वित्तीय संकट से जूझ रही है, जो अभी कारपोरेट इंसाल्वेंसी की प्रक्रिया से गुजर रही है। जिंदल पावर ने प्रक्रिया में दिलचस्पी दिखाते हुए 12 जनवरी को आवेदन किया था कि वह लैंको अमरकंटक की प्रस्तावित नीलामी प्रक्रिया में भाग लेना चाहती है। कंपनी ने 100 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी के साथ 16 जनवरी को 4,203 करोड़ रुपये का आफर पेश किया था।

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