November 22, 2024

अब बिना बताए कॉलेज से गायब रहने वालों पर होगी अनुशानात्मक कार्रवाई

कोरबा। उच्च शिक्षा विभाग ने कॉलेजों के शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक स्टाफ के प्रति सख्ती बरतना शुरू कर दिया है। कॉलेजों में यह स्थिति होती है कि क्लास में छात्र बैठकर प्राध्यापक का इंतजार करते रहते हैं, लेकिन क्लास नहीं लगती है। सामने परीक्षा को देखते हुए उच्च शिक्षा विभाग ने यह कदम उठाया है। अब अधिकृत रूप से अवकाश लिए बगैर ही कॉलेज से दूरी बनाए रखने वाले व अपने दायित्व नहीं निभाने वाले स्टाफ के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। अक्सर प्राचार्य, शिक्षक व कर्मचारी बिना छुट्टी लिए ही अवकाश पर होते हैं, जिसकी सूचना भी उच्चाधिकारियों को नहीं दी जाती है। नियमित प्राध्यापकों का काम अतिथि शिक्षक करते हैं। अब सभी को अपना दायित्व निभाना होगा। उच्च शिक्षा विभाग ने अपर संचालक व सभी कॉलेजों के प्राचार्यों को पत्र जारी किया है।
उच्च शिक्षा विभाग ने सभी स्टाफ को कम से कम 7 घंटे तक कॉलेज में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने कहा है। कार्यालयीन समय सुबह 10.30 से शाम 5.30 बजे तक निर्धारित है। दो पाली में लगने वाले कॉलेजों में कार्य अवधि प्रथम पाली में सुबह 7.30 से दोपहर 2.30 बजे तक व द्वितीय पाली में सुबह 10.30 से शाम 5.30 बजे निर्धारित है। सभी स्टाफ को मुख्यालय में रहने की बाध्यता होगी। किसी जरूरी काम से जाने की सूचना एचओडी को देनी होगी। बताना होगा कौन कब छुट्टी में कॉलेज के प्राचार्य हों या शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक स्टाफ अगर वे अवकाश लेते हैं तो इसके लिए उन्हें अपने उच्च अधिकारी की अनुमति लेनी होगी। साथ ही प्रत्येक दिवस कॉलेज के सूचना पटल पर नोटिस चस्पा कर बताना होगा कि आज ये अवकाश पर हैं। उनके नाम के साथ सूचना जारी करनी होगी। प्राचार्य को कॉलेज छोड़ने से पहले उच्च शिक्षा संचालनालय से अनुमति लेनी होगी।

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