छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ ने मोदी की गारंटी के अनुसार लंबित मंहगाई भत्ता देय तिथि से देने की मांग की
कोरबा। छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ जिला कोरबा की बैठक 11 मार्च 2024 को शिक्षक सदन में जिला अध्यक्ष मानसिंह राठिया की उपस्थिति में हुई। बैठक की शुरुआत संगठन गीत से तरुण सिंह राठौर ने शुरू किया। बैठक में मुख्य रूप से संगठन के चार पुरुषार्थ राष्ट्रीय हित, शिक्षा हित, शिक्षार्थी हित व शिक्षक हित पर कार्य करते हुए सदस्यता अभियान चलाने का निर्णय लिया गया।
शिक्षकों की समस्याओं के संबंध में जिला अध्यक्ष मानसिंह राठिया ने बताया कि सहायक शिक्षकों द्वारा वेतन विसंगति दूर करने के लिए अगस्त 2023 में हड़ताल किया गया था। 10 से 21 अगस्त के हड़ताल अवधि का वेतन भुगतान पूरे छत्तीसगढ़ में कर दिया गया है, परंतु कोरबा जिले के पोड़ी-उपरोड़ा विकासखंड में आंदोलन रत सहायक शिक्षकों को आज पर्यंत वेतन भुगतान नहीं किया गया है। शिक्षक व प्रधान पाठक पद पर पदोन्नति उपरांत पदस्थापना संशोधित आदेश को पूर्ववर्ती सरकार द्वारा निरस्त कर दिया गया। उसके विरुद्ध में शिक्षकों को न्यायालय की शरण लेनी पड़ी। न्यायालय द्वारा संशोधित आदेश को मान्य कर संशोधित शाला में पदभार ग्रहण करने का आदेश जारी किया गया। इसी अवधि में शिक्षकों को कहीं भी पदभार ग्रहण नहीं कराया गया था और उस अवधि का वेतन आहरण आज तक न करते हुए भुगतान नहीं किया गया है। शिक्षकों की उक्त समस्याओं के निराकरण के लिए शासन से मांग की गई है। साथ ही बैठक में उच्च शिक्षा विभाग के समान शिक्षा विभाग में कार्यरत कर्मचारियों का कार्यकाल भी 65 वर्ष करने की मांग करते हुए चार स्तरीय वेतनमान लागू करने व केंद्र के समान प्रांत के सभी कर्मचारियों-अधिकारियों को देय तिथि से मोदी की गारंटी के अनुसार लंबित मंहगाई भत्ता लोकसभा चुनाव के लिए लगने वाले आचार-संहिता के पूर्व देने की मांग की गई।
बैठक में मुख्य रूप से जिला अध्यक्ष मानसिंह राठिया, संभागीय उपाध्यक्ष तरुण सिंह राठौर, उपाध्यक्ष दयाशंकर साहू, जिला सचिव हबेल सिंह अघरिया ,कोषाध्यक्ष छोटेलाल पटेल, संगठन मंत्री डीडी साहू, गुलाब दास महंत, विनोद जायसवाल, आरडी श्रीवास, चंद्र कुमार चंद्रा , सुभाषचंद्र डड़सेना, राम नारायण राजवाड़े, कमल दीक्षित, विजय कुमार जांगड़े, दिवाकर सिंह, कुणाल पाल सिंह, जीवन बघेल, विनय कुमार सिंह, संतम लाल भारिया, गोरेलाल साहू, सुरेंद्र कुमार कंवर, संतराम कंवर, टीआर कुर्रे, नान्हीदास दास दीवान सहित अन्य पदाधिकारी व शिक्षक साथी उपस्थित थे।