तराईमार पहुंचा हाथियों का झुंड, बोर के पाइपलाइन को किया क्षतिग्रस्त
0 बीते तीन दिन से बड़ी संख्या में हाथियों के विचरण से दहशत
कोरबा। जिले के कोरबा व कटघोरा वनमंडल में हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। कोरबा वनमंडल के कुदमुरा सर्किल में जंगल के कक्ष क्रमांक पी-1140 में मौजूद हाथियों का दल बीती रात आगे बढ़कर करतला रेंज के तराईमार गांव पहुंच गए। यहां रात में उत्पात मचाने के बाद हाथियों का दल सुबह होने से पहले फिर वापस लौट आया और फिर कुदमुरा सर्किल के जंगल में डेरा डाल दिया है।
हाथियों ने तराईमार गांव में उत्पात मचाने के दौरान एक ग्रामीण के खेत में लगे बोर के पाइप लाइन को क्षतिग्रस्त कर दिया। इतना ही नहीं रास्ते में बैगामार व तौलीपाली गांव में आठ किसानों की फसल को रौंद कर पूरी तरह मटियामेट कर दिया, जिससे ग्रामीणों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। हाथियों के खेत में पहुंचने और फसल रौंदे जाने की जानकारी तौलीपाली व बैगामार के लोगों को तब लगी जब वे फसल को देखने खेतों में पहुंचे तो वहां धान फसल को लहलहाने के बजाय रौंदा हुआ पाया। मौके पर हाथियों के पैरों के निशान थे। ग्रामीणों को यह समझने में देर नहीं लगी कि हाथियों ने उनकी मेहनतों पर पानी फेर दिया है। इसकी सूचना वन विभाग को दी गई जिस पर उसका अमला सुबह मौके पर पहुंचा और नुकसानी का आंकलन शुरू कर दिया है।
क्षेत्र में विगत तीन दिन से बड़ी संख्या में हाथी विचरण कर रहे हैं, जिससे ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। कुदमुरा रेंज में 7 हाथियों का एक अन्य दल भी विचरण कर रहा है। यह दल बीती रात लबेद से एलोन गांव पहुंच गया और वहां के जंगल में डेरा डाल दिया है। उधर कटघोरा वनमंडल के केंदई रेंज में 4 दर्जन हाथियों की मौजूदगी बनी हुई है।