चमगादड़ों पर भीषण गर्मी का कहर, बेमौत मर रहे हैं बेजुबान
कोरबा। पूरा देश इन दिनों भीषण गर्मी की चपेट में है। गर्मी नित नए-नए रिकॉर्ड बना रही है। पहली बार नवतपा पूरी तरह तप रहा है, जिससे आम नागरिक से लेकर पशु पक्षी तक हलाकान हो गए हैं। इस गर्मी से पाली क्षेत्र भी अछूता नहीं रहा है। इस क्षेत्र में भी तापमान विगत कुछ दिन से 45 डिग्री के आसपास स्थिर है, जिससे चमगादड़ों की शामत आ गई है। भीषण गर्मी के कारण बड़ी संख्या में ये बेजुबान जीव बेमौत मारे जा रहे हैं।
पाली ब्लॉक में अभी भी काफी हरियाली है और अधिकांश आबादी वनांचल में निवास करती है। यही कारण है कि यहां वन्य जीव और वन संपदा, हरियाली भरपूर है। जहां विभिन्न प्रजाति के पशु पक्षी रहवास करते हैं। गांव के बाहर तालाबों के किनारों पर वृक्षों की कतार दिख जाएगी। इनमें विशेष कर विविध पक्षियों का बसेरा-डेरा रहता है। विकासखंड पाली मुख्यालय सहित कुछ गांव में बड़ी संख्या में तालाब के किनारे के पेड़ों पर चमगादड़ दिख जाते हैं। क्षेत्र में पड़ रही भीषण गर्मी का असर इन पर दिखने लगा है। यह स्तनधारी जीव 45 डिग्री तापमान को सहन नहीं कर पा रहे हैं और पेड़ों से फल की तरह नीचे टपक रहे हैं। पेड़ों के नीचे बड़ी संख्या में मृत चमगादड़ दिख जाएंगे।
परसदा गांव के हनुमान तालाब के तट पर बरसों से बसेरा बनाकर रह रहे चमगादड़ तेज गर्मी हीटवेव्स का शिकार हो रहे हैं और बड़ी संख्या में बेमौत मारे जा रहे हैं तो कई पलायन को मजबूर हैं। कुछ ऐसा ही हाल पाली का भी है। सुबह शाम जब हजारों की संख्या में चमगादड़ तालाब के उपर उड़ान भरते थे तो आसमान छा जाता था। इनका कलरव इस साल सुनाई नहीं दे रहा है। तालाब की सफाई कार्य के कारण पानी निकालने से इनकी संख्या में अभूतपूर्व कमी दिख रही है।