November 22, 2024

कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनियों में बीसीजीसीएल शामिल

कोरबा। कोल इंडिया ने कोयला उत्पादन के साथ कोयला से गैस के उत्पादन को भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) के साथ मिलकर भारत कोल गैसीफिकेशन एंड केमिकल्स लिमिटेड (बीसीजीसीएल) नामक एक सहायक कंपनी की स्थापना की है। कोल इंडिया ने कोयला से रसायन व्यवसाय शुरू करने के लिए सहायक कंपनी भारत कोल गैसीफिकेशन एंड केमिकल्स लिमिटेड को शामिल करने की घोषणा की।
कोल इंडिया ने फरवरी में भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड के साथ एक संयुक्त उद्यम समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इसमें कोल इंडिया की 51 प्रतिशत और 49 प्रतिशत हिस्सेदारी बीएचईएल के पास रहेगी। कंपनी का रजिस्टर्ड मुख्यालय ओडिशा में कोल इंडिया की एमसीएल क्षेत्र में स्थित लखनपुर में होगा। कंपनी का अधिकृत शेयर पूंजी 11 करोड़ और पेडअप कैपिटल एक लाख है। बीसीजीसीएल कोल इंडिया की नौवी सहायक कंपनी होगी। वर्तमान में बीसीसीएल, ईसीएल, सीसीएल, एनसीएल, एमसीएल, सीएमपीडीआई, एसईसीएल और एनईसी समेत कोल इंडिया की आठ अनुषंगी कंपनी है। 26 मार्च 2024 को कोल इंडिया चेयरमैन पीएम प्रसाद की अध्यक्षता में कंपनी की 463वीं बोर्ड मीटिंग में इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी। कोल इंडिया के कंपनी सेक्रेटरी बीपी दुबे के हस्ताक्षर से 28 मई को अधिसूचना जारी की गई है।
सीआईएल मध्यवर्ती उत्पादों के रूप में सिन-गैस, अमोनिया और नाइट्रिक एसिड और अंतिम उत्पाद के रूप में अमोनियम नाइट्रेट का उत्पादन के लिए कोयला गैसीकरण में संलग्न होगी। बीसीजीसीएल का गठन कोल इंडिया और बीएचईएल दो कॉर्पोरेट दिग्गजों का तालमेल और साझेदारी राष्ट्रीय कोयला गैसीकरण मिशन की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है, जो कोयले के रासायनिक गुणों के उपयोग की सुविधा देता है। आगामी संयंत्र पिछड़े एकीकरण के रूप में कच्चे माल को सुरक्षित करने और अमोनियम की आयात निर्भरता को कम करने में भी मदद करेगा।
0 तीन सदस्यीय निदेशक मंडली नियुक्त
यह नाइट्रेट और आत्मनिर्भर मिशन को बढ़ावा देगा। कंपनी के संचालन के लिए कोल इंडिया प्रबंधन ने तीन सदस्यीय निदेशक मंडली नियुक्त की है। निदेशक देबाशीष नंदा, जनरल मैनेजर पीयूष कुमार और लखनपुर एरिया के जनरल मैनेजर संजय कुमार झा निदेशक मंडली के सदस्य बनाए गए हैं। कंपनी के संचालन के लिए नीति आयोग और मिनिस्ट्री ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स की ओर से निगमन सर्टिफिकेट दिया गया है।
0 प्रति दिन 2000 टन अमोनियम नाइट्रेट का उत्पादन
ओडिशा में महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड के लखनपुर क्षेत्र में स्थापित होने वाले इस संयंत्र से शुरुआत में प्रति दिन 2000 टन अमोनियम नाइट्रेट का उत्पादन होने की उम्मीद है। वार्षिक उत्पादन 6.6 लाख टन अनुमानित है। इसके लिए 1.3 मिलियन टन कोयले की आवश्यकता होगी। कोयले की आपूर्ति सीआईएल द्वारा की जाएगी। बीएचईएल इस उद्देश्य के लिए स्वदेशी रूप से विकसित दबावयुक्त द्रवीकृत बिस्तर गैसीकरण (पीएफबीजी) तकनीक लाएगा।

Spread the word