जिले के 5400 गोबर संग्राहकों को मिला 36 लाख 64 हजार रूपये का भुगतान
मुख्यमंत्री बघेल ने आज शाम डिजीटल तरीके से बैंक खातों में राशि का अन्तरण किया
कोरबा 20 अक्टूबर 2020. मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज शाम रायपुर स्थित अपने निवास कार्यालय से कोरबा जिले के पांच हजार 400 गोबर संग्राहकों के बैंक खातों में 36 लाख 64 हजार 561 रूपये का भुगतान अंतरण किया। सभी गोबर संग्राहकों को यह राशि गोधन न्याय योजना के तहत 01 अक्टूबर से लेकर 15 अक्टूबर तक बेचे गये गोबर के लिये दी गई है। कोरबा जिले में 01 अक्टूबर से लेकर 15 अक्टूबर तक पांच हजार 400 गोबर संग्राहकों ने 18 हजार 322 क्विंटल से अधिक गोबर एकत्र कर निर्धारित गोबर खरीदी केन्द्रों में बेचा है। जिले मंे इस अवधि में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों को मिलाकर 181 गोठानों में यह गोबर संग्राहकों से खरीदा गया है। आज मुख्यमंत्री श्री बघेल ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित कार्यक्रम में यह राशि इलेक्ट्राॅनिक तौर पर सभी संग्राहकों के बैंक खाते में जमा की। इस दौरान वीडियो कांफे्रंसिंग के माध्यम से जिला कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुंदन कुमार एवं गौधन न्याय योजना के संचालन से जुड़े जिला स्तरीय अधिकारी भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
एक अक्टूबर से 15 अक्टूबर के पखवाड़े में कोरबा विकासखण्ड के 27 गोठानों में 433 गोबर संग्राहकों से दस हजार 766 क्विंटल से अधिक गोबर खरीदा गया है जिसके लिये उन्हें दो लाख 15 हजार 325 रूपये भुगतान किया गया। करतला विकासखण्ड में इसी अवधि में 28 गोठानों के माध्यम से 245 विक्रेताओं से 827 क्विंटल 62 किलो गोबर खरीदा गया है और सभी संग्राहकों के बैंक खातों में एक लाख 77 हजार 524 रूपये की राशि जमा की गई। कटघोरा विकासखण्ड के 20 गोठानों में 492 विक्रेताओं को 16 हजार 841 क्विंटल से अधिक खरीदे गये गोबर के लिये तीन लाख 36 हजार 824 रूपये का भुगतान किया गया। पाली विकासखण्ड के 52 गोठानों में दो हजार 768 संग्राहकों से 86 हजार 952 क्विंटल से अधिक खरीदे गये गोबर के लिये 17 लाख 39 हजार 052 रूपये का भुगतान किया गया। पोड़ी-उपरोड़ा विकासखण्ड के 49 गोठानों में एक हजार 343 संग्राहकों से 53 हजार 145 क्विंटल से अधिक गोबर खरीदा गया है और इसके लिये दस लाख 62 हजार 906 रूपये का भुगतान उनके बैंक खातों में जमा किया गया। कटघोरा नगर पालिका क्षेत्र के नौ गोबर संग्राहकों को 156 क्विंटल 55 किलो गोबर बेचने पर 31 हजार 310 रूपये, छुरीकला नगर पंचायत क्षेत्र के चार विक्रेताओं को 61 क्विंटल 76 किलो गोबर के लिये 12 हजार 352 रूपये, दीपका नगर पालिका परिषद क्षेत्र के छह विक्रेताओं को 44 क्विंटल 98 किलो गोबर बेचने पर आठ हजार 996 रूपये, पाली नगर पंचायत के 13 गोबर संग्राहकों को 47 क्विंटल 68 किलो गोबर बेचने पर नौ हजार 536 रूपये और कोरबा नगर निगम क्षेत्र के 87 विक्रेताओं को 353 क्विंटल 68 किलो गोबर बेचने पर 70 हजार 736 रूपये का भुगतान सीधे उनके बैंक खातों में किया गया।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुंदन कुमार ने बताया कि राज्य शासन की महत्वकांक्षी गोधन न्याय योजना का संचालन पूरे जिले में सफलता पूर्वक किया जा रहा है। अब तक इस योजना से लगभग 11 हजार गोबर संग्राहकों को जोड़ा गया है। समय-समय पर एक पखवाड़े में खरीदे गये गोबर की राशि दो रूपये प्रतिकिलो की दर से गोबर संग्राहकों के बैंक खातों में सीधे जमा की जाती है। श्री कुमार ने बताया कि
योजना के तहत गौ पालकों से खरीदे गये गोबर से तैयार किये गये वर्मी कम्पोस्ट एवं अन्य उत्पादों को शासन द्वारा निर्धारित दर पर बेचा जायेगा। गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट बनाने का काम स्थानीय स्व सहायता समूह कर रहे हैं। गौ पालकों से गोबर की खरीदी की दर में गौठान समितियों द्वारा परिवहन शुल्क भी शामिल है। गौठान समिति अपने ग्राम पंचायत में शामिल गांव के ही गौ पालकों से गोबर खरीद रही हैं। अपने पशुओं द्वारा उत्पादित गोबर की बिक्री पशुपालक के लिए पूरी तरह से स्वैच्छिक है। हर एक पशुपालक का गोबर खरीदी कार्ड या क्रय पत्रक बनाया गया है जिसमें प्रतिदिन खरीदे गये गोबर की मात्रा की इस कार्ड में इंट्री की जाती है और इस पर पशुपालक के भी हस्ताक्षर लिये जाते हैं। पशुपालकों से खरीदे गये गोबर को गौठान में लाकर सीपीटी में रखा जाता है और 15-20 दिन के बाद वर्मी कम्पोस्ट बनाने के लिए उपयोग किया जा रहा है। पशुपालकों से खरीदे गये गोबर की मात्रा अनुसार भुगतान हर 15 दिन में लगातार किया जा रहा है।