September 17, 2024

रायगढ़ : बच्चे का अपहरण कर 5 लाख रुपये की फिरौती मांगने वालों को 12 घंटे के भीतर ही पुलिस ने किया गिरफ्तार

रायगढ़ : जिले में हुए बच्चे का अपहरण मामले में रायगढ़ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। रायगढ़ पुलिस ने महज 12 घंटे के भीतर ही अपहृत बालक को सुरक्षित बरामद कर लिया है। इसके साथ ही पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। रायगढ़ पुलिस अधीक्षक ने प्रेस वार्ता कर इस अपहरण मामले का खुलासा किया है।

एसपी संतोष सिंह ने बताया कि धरमजयगढ़ के रैरूमा चौकी क्षेत्र स्थित ग्राम बरहामड़ा में रहने वाले संजू बड़ा ने अपने मासूम बेटे के अपहरण का मामला दर्ज कराया था। इसके साथ ही आरोपियों ने मोबाइल में फोन कर 5 लाख रुपये की फिरौती की मांग की थी। मामले की गंभीरता और संवेदनशीलता को देखते हुए एएसपी अभिषेक वर्मा, सहित अधिकारियों की टीम को एसपी ने रात में ही रवाना कर दिया। उधर जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में नाकेबंदी कर सघन तलाशी अभियान शुरु कर दिया गया।

एसपी बताया कि अधिकारियों की टीम ने परिवार साथ-साथ जिले के अन्य संदिग्ध लोगों से पूछताछ की। पुलिस को जानकारी मिली कि चोरी के मामले में पकड़ा गया ग्राम धौरागांव बरपाली अरुण टोप्पो और उसके गांव के रहने वाला विकास तिर्की जो कि ओडिशा के राउरकेला में बिजली पोल लगाने का काम करता था उसकी जॉब छूट जाने पर गांव में आकर रह रहा था। इसके साथ ही उनके एक साथी की भूमिका के संदिग्ध होने की जानकारी पुलिस को मिली। पुलिस को जानकारी मिली की तीनों रात से ही गायब हैं। इधर सुबह पुलिस की एक टीम को जानकारी मिली की जंगल के भीतर तीन नकाबपोश एक बालक का हाथ पैर बांधकर रखे हुए हैं।

बच्चे के सकुशल रेस्क्यू और अपहरणकर्ताओं को पकड़ने के लिए एसपी संतोष सिंह ने अधिकारियों की टीम की मीटिंग ली और रणनीति बनाई गई। जिसके बाद हथियार से लैस पुलिस की टीम जंगल के लिए रवाना हो गई। पुलिस के मुताबिक आरोपियों को पुलिस की भनक लग चुकी थी और वे बच्चे के साथ अनहोनी घटना को अंजाम देकर भागने की फिराक में थे। उसी दौरान चारों ओर से पुलिस की टीम ने आरोपियों को घेर कर गन पाइंट में ले लिया। पुलिस ने तीनों अपहरणकर्ता विकास तिर्की, अरूण टोप्पो और रामेश्वर मांझी को गिरफ्तार कर लिया। घटनास्थल पर पुलिस को 03 मोबाइल, 03 चाकू, मोटरसाइकिल और बालक की साइकिल मिली है।

इस पूरी घटना का मास्टरमाइंड विकास तिर्की था। आरोपी विकास को जानकारी थी कि अपहृत बालक का पिता हाल ही में अपनी पुश्तैनी जमीन को बड़ी रकम में बेचा है और उसके पास काफी रुपए हैं। जिसके बाद उसने और लूट और किडनैपिंग की प्लानिंग कर अपने दो अन्य साथियों को मिलाया। पुलिस के मुताबिक गुरुवार की शाम बालक राहुल बड़ा गेहूं लेकर गांव के हालर गया था तो वहां से उसे किडनैप कर जंगल ले गए और रातभर बालक का हाथ पैर बांधकर रखे हुए थे । बालक को आरोपियों द्वारा डराया धमकाया गया था कि शोर मचाने पर उसकी हत्या कर देंगे। आईजी दीपांशु काबरा ने रेस्क्यू करने वाली टीम को 30 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।

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