चकरभाठा एयरपोर्ट से जल्द शुरू हो हवाई सेवा : सांसद अरुण साव
- सांसद ने केंद्रीय नागर विमानन मंत्री को पत्र लिख बिलासपुर-प्रयागराज-बनारस रुट को भी योजना में शामिल करने की मांग
- कहा- चकरभाठा एयरपोर्ट को 4 सी केटेगरी लाइसेंस लायक बनाने राज्य सरकार को करें निर्देशित
बिलासपुर। सांसद अरुण साव ने केंद्रीय नागर विमानन मंत्री हरदीप एस. पुरी को पत्र लिखकर ‘बिलासपुर-भोपाल-बिलासपुर’ रुट के लिए भारत सरकार की “उड़ान-सब उड़ें, सब जुड़ें” योजनांतर्गत स्वीकृत नियमित विमान सेवा को शीघ्र प्रारंभ कराने की मांग की है। उन्होंने इस योजना में ‘बिलासपुर-प्रयागराज-बनारस’ रुट को भी शामिल कराने के लिए आग्रह किया है। साथ ही बिलासपुर एयरपोर्ट चकरभाठा को 4 सी लाइसेंस के हिसाब से तैयार करने राज्य सरकार को निर्देशित करने कहा है।
पत्र में श्री साव ने कहा है कि गत 26 अगस्त को बिलासपुर लोकसभा क्षेत्रवासियों को बेहद प्रसन्नतादायक खबर मिली थी कि भारत सरकार के नागर विमानन मंत्रालय ने ” उड़ान-सब उड़ें, सब जुड़ें” योजन के तहत ‘बिलासपुर-भोपाल-बिलासपुर’ रुट पर चकरभाठा एयरपोर्ट से नियमित हवाई सेवा प्रारंभ करने भारत सरकार की कंपनी एलायन्स एयर को अनुमति दे दी है, किन्तु उक्त रुट पर नियमित विमान सेवा अब तक शुरू नहीं हो सकी है। जबकि चकरभाठा एयरपोर्ट को 3 सी केटेगरी लाइसेंस के लायक लगभग तैयार कर लिया गया है। उन्होंने बिलासपुर-भोपाल-बिलासपुर रुट पर शीघ्र हवाई सेवा प्रारंभ कराने की मांग की है। श्री साव ने केंद्रीय नागर विमानन मंत्री से “बिलासपुर-प्रयागराज-बनारस” रुट को भी उड़ान योजना में शामिल करने के लिए आग्रह किया है। पत्र में उन्होंने आगे कहा है कि बिलासपुर एयरपोर्ट चकरभाठा से दिल्ली, मुंबई जैसे महानगरों तक सीधी उड़ान सेवा प्रारंभ किए जाने की मांग को लेकर क्षेत्रवासी बीते लगभग एक साल से आंदोलनरत हैं। सभी चाहते हैं कि चकरभाठा एयरपोर्ट से महानगरों तक नियमित व किफायती उड़ान सेवा क्षेत्र वासियों को जल्द से जल्द सुलभ हो, लेकिन यह बिलासपुर एयरपोर्ट चकरभाठा को 4 सी केटेगरी का लाइसेंस मिलने पर ही संभव हो सकेगा। इसके लिए उन्होंने चकरभाठा एयरपोर्ट को 4 सी लाइसेंस के हिसाब से तैयार करने राज्य सरकार को निर्देशित करने के लिए कहा है।
संगीत महाविद्यालयों का निरंतरता शुल्क माफ करें
सांसद अरुण साव ने राज्यपाल, मुख्यमंत्री व विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के सचिव को पत्र लिखकर इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ से सम्बद्ध प्रदेश के सभी संगीत महाविद्यालयों का निरंतरता शुल्क इस वर्ष माफ करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण प्रदेश के सभी संगीत महाविद्यालय बीते लगभग एक साल से बंद हैं। लिहाजा महाविद्यालय को छात्रों से कोई भी शुल्क प्राप्त नहीं हुआ है। ऐसे में निरंतरता शुल्क वसूला जाना उचित नहीं है। श्री साव ने संगीत विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षा शुल्क में हर वर्ष 10 प्रतिशत की जाने वाली वृद्धि को भी इस वर्ष स्थगित रखने की मांग की है।