जिले में मछली पालन व्यवसाय कर किसानों को हो रही भरपूर आमदनी
मछली पालन कर लतेल राम ने बनाया घर, बृजलाल ने स्थापित किया होटल
कोरबा. राज्य शासन ने मछली पालन में किसानों को भरपूर आमदनी होने की संभावनाओं को देखते हुए मछली पालन को कृषि का दर्जा दिया है। शासन द्वारा मछली पालकों की आमदनी बढ़ाने किसानों को भरपूर सहयोग दिया जा रहा है। जिले के मछली पालक किसान भी मछली पालन का व्यवसाय करके खूब आमदनी कमा रहे हैं। मछली पालन व्यवसाय से जुड़े किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है। व्यवसाय से प्राप्त हुए पैसों से किसान अपने खुद का घर बना रहे हैं तो कोई होटल स्थापित कर रहे हैं। मछली पालन व्यवसाय को जीविकोपार्जन के रूप में स्थापित करने के लिए मछली पालन विभाग द्वारा किसानों को आर्थिक और तकनीकी सहयोग भी प्रदान किया जा रहा है। विभाग द्वारा किसानों को मछली बीज, जाल के साथ मछली उत्पादन में वृद्धि के लिए जरूरी तकनीकी सहयोग भी प्रदान किया जा रहा है। विभाग के सहयोग से किसान मछली उत्पादन कर अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को मजबूत कर रहे हैं। मछली पालन के आवक से जिले के किसान आर्थिक स्वावलंबन की राह पर स्थापित हो रहे हैं।
विकासखंड करतला के ग्राम उमरेली निवासी श्री लतेल राम केंवट 2.8 हेक्टेयर रकबे के दो तालाबों पर मछली पालन कर रहे हैं। लतेलराम बताते हैं कि उनके द्वारा उमरेली के घोसरा एवं डबरी तालाब को मछली पालन के लिए 10 वर्षों के लिए लीज पर लिया गया है। दोनों तालाब में मछली पालन का कार्य किया जा रहा है उन्होंने बताया कि मछली उत्पादन बढ़ाने आधुनिक तरीके से मछली पालन करने के लिए मछली पालन विभाग से संपर्क किया। विभाग द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं के संबंध में जानकारी दिया गया। उन्होंने कहा कि मुझे विभाग द्वारा मछली पालन व्यवसाय के लिए जाल तथा मिश्रित मछली बीज, अंगुलिका प्रदान किया गया। विभाग के सहयोग से मछली उत्पादन में वृद्धि हुई तथा दो हजार 500 किलो मछली का उत्पादन हुआ। लतेलराम ने बताया कि मछली को बेचकर उत्पादन लागत निकालकर तीन लाख रूपए की शुद्ध आमदनी मुझे प्राप्त हुई। उन्होंने बताया कि मछली बेचने से मिले लाभ राशि से मैंने खुद का पक्का घर बनवाया। मछली बेचकर नियमित आने वाले आवक ने मुझे और मेरे परिवार को आर्थिक मजबूती प्रदान की है। सहायक संचालक मछली पालन कोरबा ने बताया कि लतेल राम द्वारा मछली पालन में रुचि रखने के कारण जिला प्रशासन की ओर से उन्हें और भी मदद की जा रही है । लतेल राम को जिला खनिज न्यास संस्थान से 2020-21 में योजना अंतर्गत मिश्रित मछली बीज,ग्रास कॉर्प एवं कॉमन कॉर्प,अंगुलिका तथा संतुलित प्रतिपूरक आहार प्रदान किया गया है। सहायक संचालक ने बताया कि विभाग के सहयोग से मछली का उत्पादन बढ़ेगा और किसान को अतिरिक्त आमदनी भी प्राप्त होगी।
विकासखंड पोड़ी उपरोड़ा ग्राम सरमा ऐतमा निवासी श्री बृजलाल पुलस्त लगभग सवा दो एकड़ भूमि पर बनाएं दो तालाबों पर मछली पालन कर रहे हैं। बृजलाल द्वारा राष्ट्रीय कृषि विकास योजना में अनुदान स्वरूप लगभग सवा एकड़ में निर्मित तालाब और गांव के ही लगभग एक एकड़ निजी तालाब को लीज पर लेकर मछली पालन किया जा रहा है। बृजलाल ने बताया कि पहले सामान्य तरीके से मछली पालन करने से औसत आय होती थी। उन्होंने कहा कि आधुनिक मछली पालन का काम करने के लिए मछली पालन विभाग से संपर्क किया। 2018-19 में विभागीय स्पांन संवर्धन योजना अंतर्गत उन्हें मिश्रित स्पांन, आहार एवं जाल उपलब्ध कराया गया जिससे उन्हें लगभग 80 हजार रूपए की आमदनी प्राप्त हुई। बृजलाल बताते हैं कि विभाग से स्पांन लेकर संवर्धन किया जिससे मछली बीज बेच कर मुझे लगभग एक लाख 20 हजार रूपए की आय प्राप्त हुई। मछली पालन व्यवसाय से आर्थिक स्वावलंबी हो रहे बृजलाल ने स्वयं का होटल भी स्थापित कर लिया है। उन्होंने बताया कि होटल में मछली को फ्राई करके बेचने से मुझे प्रतिदिन लगभग 500 से 600 रूपए की आवक हो रही है। आवक बढ़ने से बृजलाल अपने व्यवसाय को बढ़ाने की योजना भी बना रहे हैं। सहायक संचालक मछली पालन ने बताया कि बृजलाल को 2020-21 में योजना अंतर्गत मिश्रित बीज, महाजाल इत्यादि दिया गया है। विभाग द्वारा सहयोग मिलने से मछली उत्पादन बढ़ेगा जिससे बृजलाल को डेढ़ लाख रुपए की आय संभावित है।