December 24, 2024

मुंगेली : बाइक चोरी की रिपोर्ट लिखने पुलिस की आनाकानी.. आईजी ने किया ट्विट, तुरंत दर्ज हो गई FIR

बिलासपुर। पदभार ग्रहण करने के तत्काल बाद सोशल मीडिया पर सक्रिय रेंज के नए आईजी रतन लाल डांगी ने सोशल मीडिया पर मिली शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही शुरू कर दी हैं।

पेंडेंसी निकालने में व्यस्त पुलिस ने एक ओर जहां बाइक चोरी की एफआईआर के लिए प्रार्थी को लगातार 4 दिनों तक घुमाया तो वही बिलासपुर रेंज के नए आईजी रतन लाल डांगी को ट्वीट करने के चंद घण्टो बाद ही प्रार्थी की एफआईआर आईजी की पहल से दर्ज हो गयी।

घटना मुंगेली के कोतवाली थाना क्षेत्र की है जहाँ दिनेश कुमार नामक शक्स ने 29 दिसम्बर को थाने में अपने बाइक चोरी होने की सूचना दी ,जिस पर पुलिस ने दिसम्बर का महीना होने की वजह से पेंडेंसी खत्म करने का बर्डन बता कर एफआईआर करने से हिल हवाला किया। 4 दिन तक थानों के चक्कर लगाने के बाद प्रार्थी ने एफआईआर दर्ज न होने पर बिलासपुर रेंज के नए आईजी रतन लाल डांगी को ट्वीट कर बताया कि “मुंगेली थाना सिटी कोतवाली में 29 दिसम्बर को दिया लेकिन वहां के ड्यूटी आफिसर ने ये कह के एफआईआर करने से मना कर दिया कि क्लोजिंग ईयर हैं एफआईआर अभी नही होगा न्यू ईयर में आना”

समस्या का ट्वीट देख कर आईजी रतन लाल डांगी ने तत्काल मुंगेली एसपी को एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। आईजी के दखल के बाद हरकत में आई पुलिस ने तत्काल एफआईआर दर्ज कर प्रकरण को विवेचना में ले लिया। एफआईआर होने के बाद राहत की सांस लेते हुए दिनेश कुमार ने रीट्वीट कर आईजी को धन्यवाद भी ज्ञापित करते हुए कहा कि “बहुत बहुत धन्यवाद सर,आप के कृपा से मेरी एफआईआर दर्ज कर प्रकरण को विवेचना में लिया गया हैं”

आमतौर पर देखा जाता है कि दिसम्बर माह में साल भर की पेंडेंसी खत्म करने के टारगेट में पुलिस नए अपराध दर्ज करने से बचती हैं जिस से फरियादियों को भटकना पड़ता हैं।आईजी डांगी ने पदभार ग्रहण करने के साथ ही अपना नम्बर फेसबुक के माध्यम से सार्वजनिक किया है ताकि जनता अपने आस पास घटित हो रहे अपराधों की सूचना तो उन तक पहुचाए ही साथ ही बेजिझक हो कर अपनी समस्याए भी उनसे साझा कर सकें।गौरतलब हैं कि श्री डांगी सोशल मीडिया में अक्सर सक्रिय रहते हुए जनता की समस्याओं का त्वरित निराकरण तो करते ही हैं साथ ही युवाओ को भी लगातार प्रेरित करने के साथ जनता को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करतें रहतें हैं।

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