कोरबा में प्रदूषण के बढ़ते स्तर पर सांसद ने जताई गहरी चिन्ता, जांच एवं कार्रवाई करने सी. एम. और कलेक्टर को लिखा पत्र
कोरबा 22 जनवरी। छत्तीसगढ़ के औद्योगिक जिला कोरबा सहित अन्य जिलों में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। पर्यावरण में व्याप्त प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए किए जा रहे सभी उपाय नाकाफी साबित हो रहे हैं। इस पर चिंता जाहिर करते हुए कोरबा लोकसभा सांसद श्रीमती ज्योत्सना चरणदास महंत ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक जांच एवं कार्रवाई करने की मांग की है।
कोरबा लोकसभा सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत ने इस संबंध में कोरबा कलेक्टर को भी पत्र लिखा है और जल्द ही जांच एवं आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया है। उन्होंने कलेक्टर को पर्यावरण में प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों कल-कारखानों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के निर्देश भी दिया है।
कोरबा सांसद कार्यालय से जारी पत्र श्रीमती ज्योत्सना महंत ने पिछले लिखे पत्र का जिक्र करते हुए कहा है कि कोरबा व आसपास के क्षेत्रों में स्थापित विभिन्न संयंत्रों/कल कारखानों का नियमित निरीक्षण एवं जांच के साथ ही वायु गुणवत्ता सूचकांक एवं कल-कारखानों से निकलने वाले दूषित जल एवं अन्य अपशिष्ट पदार्थों के प्रबंधन नहीं करने वाले उद्योगों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग भी की। उन्होंने अपने पत्र के साथ केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा समय-समय पर जारी नियम एवं दिशा-निर्देशों की प्रति संलग्न कर इनका अक्षरश: पालन कराने की मांग भी की।
गौरतलब है कि श्रीमती महंत ने विगत वर्ष लोकसभा में शून्य काल में इस मुद्दे को उठाया था। साथ ही यथाशीघ्र प्रदूषण नियंत्रण के संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की थी।
उल्लेखनीय है कि जिले में संचालित सार्वजनिक एवं निजी उपक्रमों बालको, एनटीपीसी, एसईसीएल, सीएसईबी सहित अन्य उद्योगों व कल-कारखानों द्वारा पर्यावरण प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते जिसके चलते कोरबा जिले में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया है, जिस पर नियंत्रण को लेकर कोरबा सांसद लगातार प्रयासरत है। कोरबा सांसद ने राखड़ों से हो रहे प्रदूषण पर भी चिंता जताई है।