प्रदर्शन के बीच रेल रोकने पहुंचे प्रदर्शनकारी, डीसीएम की समझाइश पर हटे
कोरबा 1 फ रवरी। नागरिक संघर्ष समिति ने पहले के घोषित कार्यक्रम के अनुसार रविवार को 10 बजे ऊषा कॉम्पलेक्स स्थित रेलवे फ ाटक पर रेल रोको आंदोलन के लिए पहुंचे थे। प्रदर्शनकारियों के पहले ही मौके पर बड़ी संख्या में स्थानीय पुलिस के साथ आरपीएफ के जवान मोर्चा संभाल लिए थे। प्रदर्शन करने वालों ने रेल तो नहीं रोक पाए, लेकिन फ ाटक के पास ही बैठकर रेलवे के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। 2 घंटे चले प्रदर्शन के बाद रेल अफ सरों की समझाइश के बाद समिति के लोग लौटे।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए रेलवे द्वारा यहां से चलने वाली यात्री ट्रेनों को बंद कर रखा है, जिन्हें यथावत चलाने की मांग कई संगठन कर रहे हैं। मांगों को लेकर नागरिक संघर्ष समिति के लोग रेल रोकने फ ाटक पहुंचे। फ ाटक पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रेलवे फ ाटक तक जाने से रोक दिया। इसके बाद प्रदर्शनकारी फ ाटक के पास ही दरी बिछाकर बैठ गए। 2 घंटे तक रेलवे के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। इसके बाद प्रदर्शनकारियों के बीच दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर मंडल वाणिज्य प्रबंधक डीसीएम किशोर निखारे पहुंचे और उन्होंने समझाइश दी। प्रदर्शनकारी भी उनकी बातों पर सहमति जताते हुए लौट गए
डीसीएम निखारे ने प्रदर्शनकारियों से कहा कि उनकी मांग जायज है। रेल प्रबंधन यात्री सुविधाओं को देने का विरोधी नहीं है, लेकिन जब तक रेलवे बोर्ड से कोई आदेश या निर्देश किसी यात्री ट्रेन को चलाने नहीं मिल जाता, तब तक डिवीजन से हम कुछ नहीं कर पाएंगे। इसके लिए लोगों को रेलवे बोर्ड के आदेश मिलने तक इंतजार करना पड़ेगा। जहां तक छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस को पैसेंजर के रूप में बिलासपुर से कोरबा तक लाने की बात है, तो उसकी प्रक्रिया चल रही है।