तहसीलदार के निलंबन बिना खत्म नहीं होगी भूख हड़तालः एस.डी.एम.बैरंग लौटे
कोरबा 2 फरवरी। जिले के रामपुर क्षेत्र से भाजपा विधायक और प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर की भूख हड़ताल समाप्त कराने का प्रयास विफल हो गया है। वे कोरबा तहसीलदार के निलंबन की मांग पर अडिग हैं और उससे कम हड़ताल खत्म करने सहमत नहीं हैं। इस बीच रामपुर क्षेत्र सहित जिले भर से भाजपा कार्यकर्ता स्व.स्फूर्त रूप से भूख-हड़ताल पर जमा होने लगे हैं।
राजनीतिक दबाव में आकर शहर के कुआंभट्ठा मुहल्ले के दो परिवारों को बेदखल करने के प्रयास का आरोप लगाकर विधायक श्री ननकीराम कंवर सोमवार से भूख-हड़ताल पर बैठे हुए हैं। मंगलवार को दूसरे दिन भी उनका आन्दोलन जारी है। मंगलवार की सुबह एस डी एम कोरबा सुनील कुमार नायक मौके पर पहुंचे। उन्होंने विधायक श्री कंवर को भूख-हड़ताल समाप्त करने का प्रस्ताव दिया। लम्बे समय तक द्विपक्षीय बातचीत होती रही, लेकिन नतीजा सिफर रहा। श्री कंवर ने स्पष्ट कह दिया कि नियम-कानून को दरकिनार कर पंूजीपति को लाभ पहुंचाने का प्रयास करने वाले तहसीलदार के निलंबन के बाद ही वे भूख-हड़ताल खत्म करेंगे। लम्बी बातचीत के बाद एस डी एम को विफल होकर वापस लौटना पड़ा।
दोपहर 12 बजे के बाद स्वास्थ विभाग का अमला भी मौके पर पहुंचा। चिकित्सा कर्मियों ने श्री कंवर का स्वास्थ परीक्षण किया। श्री कंवर का स्वास्थ फिलहाल सामान्य है और केवल ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ पाया गया है। इसी बीच श्री कंवर के भूख-हड़ताल की खबर पढ़-सुनकर उनके चुनाव क्षेत्र रामपुर से कार्यकर्ताओं का मौके पर पहुंचना शुरू हो गया है। चोटिया, पोंड़ी-उपरोड़ा, दीपिका, पाली आदि क्षेत्र से भी भाजपा कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे हैं। कोरबा शहरी क्षेत्र से भी पार्टी कार्यकर्ता जुटने लगे हैं। शहर में मामले की सरगर्म चर्चा शुरू हो गयी है। खासकर झुग्गी बस्तियों में तीव्र हलचल शुरू हो गयी है।