पढ़ाई के लिए कराई एफडी, होल्ड में रखने की बात कह बैंक ने लगाई चपत
एसईसीएल कर्मी ने मामले की शिकायत पुलिस से की
कोरबा 9 मार्च। भारतीय स्टेट बैंक की दीपका शाखा ने एसईसीएल के एक कर्मचारी को सवा लाख रुपए की बड़ी चपत लगाई। कर्मचारी ने बच्चों की पढ़ाई के लिए एक लाख रुपए की एफडी कराई थी। 9 वर्ष बीतने पर बैंक ने कहा कि यह राशि होल्ड मोड पर रख दी गई थी।
जानकारी के अनुसार डंपर ऑपरेटर राजेश ठाकुर गेवरा परियोजना में कार्यरत है। वर्ष 2012 में उसने पत्नी के नाम से एक लाख रुपए की राशि फिक्स कराई थी। उद्देश्य था कि अगले वर्षों में बढ़ी रकम से बच्चों की पढ़ाई ठीकठाक हो सकेगी। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की दीपका शाखा ने इस मामले में लापरवाही बरती। पूरे 9 वर्ष बीतने के बाद एसईसीएल कर्मचारी को परिपक्वता अवधि की जानकारी हुई तो वह बैंक पहुंचा। इस दौरान बैंक मैनेजर ने उसे मूल पूंजी एक लाख रुपए लौटायी और जवाब दिया कि उसका पैसा होल्ड मोड पर था। नियमानुसार कर्मचारी को एफडी पर 2.27 लाख रुपए मिलने थे लेकिन उसे एक लाख रुपए ही मिल सके। बैंक की लापरवाह कार्यप्रणाली के कारण कर्मचारी को 1.27 लाख का आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। कर्मचारी ने आरोप लगाया है कि बैंक ने उसके साथ धोखाधड़ी की है इसलिए वह इस मामले की शिकायत पुलिस के साथ-साथ बैंक के उच्च कार्यालय से लेकर बैंक नियामक आयोग तक करेगा ताकि भविष्य में फिर कोई और बैंक ग्राहकों के साथ इस तरह का बर्ताव ना कर सके।