December 23, 2024

कोविड अस्पतालों और क्वारेंटाइन सेंटरों पर दें विशेष ध्यान

स्पीकर व सांसद ने कलेक्टरों से की चर्चा

कोरबा 12 अप्रैल। छत्तीसगढ़ राज्य विधानसभा के अध्यक्ष डॉ.चरणदास महंत एवं कोरबा संसदीय क्षेत्र की सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत ने अपने निर्वाचन क्षेत्रांतर्गत आने वाले चार जिलों के कलेक्टरों से टेलीफोनिक चर्चा की। कोरबा, कोरिया, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही एवं जांजगीर-चाम्पा जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए इसकी रोकथाम के लिए किए जा रहे तमाम उपायों और व्यवस्थाओं की जानकारी ली।

स्पीकर व सांसद ने कलेक्टरों के मार्गदर्शन में प्रशासनिक व स्वास्थ्य अमले के द्वारा की जा रही अब तक कार्यवाही पर संतोष व्यक्त कर कहा कि कोरोना संक्रमण के प्रति काफी सजग होने की जरूरत है क्योंकि यह पहले से काफी व्यापक पैमाने पर प्रसारित हो रहा है। उन्होंने कलेक्टरों से कहा कि कोविड के बढ़ते प्रभाव के कारण स्वास्थ्य सुविधाओं की हर संभव बेहतरी को लेकर सजग रहने की आवश्यकता है। कोविड अस्पतालों में विशेष प्रबंध किए जाएं। ईलाज के दर स्थानीय स्तर पर तय किए जाएं। शासन द्वारा निर्धारित दरों पर कोरोना जांच एवं सीटी स्कैन कराना सुनिश्चित करें। आपदा के इस दौर में आयुष्मान कार्ड को सभी अस्पताल व कोविड सेंटर में मान्य किया जाना उचित होगा ताकि नगदी के अभाव में भी किसी का उपचार न रुके। निजी अस्पतालों में भी जरूरत के हिसाब से कोविड मरीजों के लिए बेड आरक्षण सुनिश्चित किए जाएं। स्पीकर व सांसद ने कहा कि क्वारेंटाइन सेंटरों की भी पुख्ता तैयारी सुनिश्चित किए जाए ताकि लक्षण वाले मरीजों को दूसरे लोगों से पृथक रखकर संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। क्वारेंटाइन सेंटरों में आवश्यक सभी व्यवस्थाओं के साथ-साथ सुरक्षा की भी पुख्ता व्यवस्था की जाए। कोविड के नियमों का शत-प्रतिशत पालन सुनिश्चित किया जाए। टीकाकरण का कार्य निरंतर व तीव्र गति से जारी रहे। इन सबके मध्य शासकीय अमले का भी विशेष ध्यान रखा जाना उचित होगा। इन्होंने पुलिस और स्वास्थ्य अमले के द्वारा किए जा रहे कार्यों को भी सराहा और प्रशासन की ओर से सतत मार्गदर्शन देने के लिए कहा। लॉकडाउन के द्वारा शासन द्वारा स्कूली छात्र-छात्राओं, आगंनबाड़ी के हितग्राहियों के लिए प्रदाय की जाने वाली सामग्रियों का शत-प्रतिशत और निर्धारित मात्रा में वितरण कराना सुनिश्चित करने के लिए भी कलेक्टरों को कहा गया।

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