औचक निरीक्षण पर कलेक्टर पहुंची पाली, बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने व्यवस्थाओं का लिया जायजा
- पाली अस्पताल में जांच कराने आने वाले लोगों के लिए छाया और अलग रास्ते की व्यवस्था करने दिए निर्देश
- होम आइसोलेशन,कांटेक्ट ट्रेसिंग आदि की स्थिति पर भी अधिकारियों से किये सवाल-जवाब
कोरबा 27 अप्रैल 2021। नगर पंचायत पाली और उसके आसपास के क्षेत्रों में तेजी से बढ़ते कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए की गई व्यवस्थाओं का औचक निरीक्षण करने आज कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल सुबह से ही क्षेत्र के प्रवास पर रहीं। जिला पंचायत के सीईओ की मौजूदगी में कलेक्टर ने पाली सामुदायिक स्वास्थ्य कंेद्र पहुंच कर वहां संदिग्ध कोरोना मरीजों की जांच, आइसोलेशन में रह रहे लोगों के ईलाज आदि सुविधाओं का मौके पर जायजा लिया। श्रीमती कौशल ने स्वास्थ्य केद्र में जांच के लिए आने वाले संदिग्धों, ईलाज के लिए आने वाले संक्रमितों, और नाॅन-कोविड मरीजों तथा लोगों के आने-जाने के लिए अलग-अलग रास्ते बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। श्रीमती कौशल ने स्वास्थ्य केंद्र में कोविड जांच स्थल पर लोगों की भीड़ देखकर अस्पताल प्रभारी के प्रति नाराजगी व्यक्त की और लोगों को सोशल डिस्टेसिंग मेन्टेन करते हुए कोविड जांच कराने की व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने जांच के लिए आने वाले लोगों को धूप और गर्मी से बचाने के लिए टेन्ट लगवाकर छांव की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। श्रीमती कौशल ने पाली स्वास्थ्य केंद्र में कोविड की जांच करने में लगे डाक्टरों और पैरा मेडिकल स्टाफ को बुलाकर भी जानकारी ली। उन्होंने जांच में कोरोना संक्रमित पाये जाने वाले लोगों की काउंसिलिंग कर उन्हें बरती जाने वाली सावधानियों और दवाईयों तथा ईलाज के बारे में पूरी जानकारी देने के भी निर्देश दिए।
होम आइसोलेशन में रहकर ईलाज करा रहे मरीजों के सतत् संपर्क में रहें डाक्टर, तबियत बिगड़ने पर तत्काल करायें अस्पताल में भर्ती
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने पाली प्रवास के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के मेडिकल टीम से होम आईसोलेशन माॅनिटरिंग के बारे में जानकारी ली। कलेक्टर ने होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों के स्वास्थ्य के बारे मंे जानकारी लेने, प्रतिदिन आक्सीजन लेबल, दवाई, बुखार, पल्स आक्सीमीटर आदि के बारे में भी जानकारी रखने के निर्देश कर्मचारियों को दिए। कलेक्टर ने विकासखंड में प्रतिदिन आने वाले नये कोरोना पाजिटिव मरीजों को लक्षण के आधार पर होम आइसोलेशन में रखकर ईलाज करने के निर्देश मेडिकल टीम को दिए। उन्होंने डाक्टरों से होम आइसोलेटेड मरीजों के सतत् संपर्क में रहने और लगातार मरीजों की आक्सीजन, तापमान और स्वास्थ्य स्थिति का जायजा लेने के निर्देश दिए। होम आइसोलेटेड मरीजों के आक्सीजन लेवल कम होने या उनकी तबियत बिगड़ने पर तत्काल उन्हें आक्सीजन बेड वाले अस्पतालों में भर्ती कराने के निर्देश डाक्टरों को दिए। कलेक्टर ने होम आईसोलेशन की सम्पूर्ण अवधि के दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियुक्त स्वास्थ्यकर्मी प्रतिदिन होम आईसोलेटेड मरीज के अटेंडेंट से फोन के माध्यम से सम्पर्क में रहने के निर्देश दिए। होम आईसोलेटेड मरीज मे सांस लेने मे कठिनाई, सीने मे दर्द, होठ या चेहरे का नीला पड़ना, जैसे गंभीर लक्षण विकसित होने पर मरीज को कोविड अस्पताल या कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराने के भी निर्देश दिए।
कंटेनमेंट जोन मुनगाडीह पहुंची कलेक्टर, लोगों के लिए जरूरी सुविधाओं का लिया जायजा
पाली प्रवास के दौरान कलेेक्टर श्रीमती कौशल कंटेनमेंट जोन घोषित ग्राम मुनगाडीह में पहुंचकर कंटेनमेंट जोन का अवलोकन किया। मुनगाडीह में कुल 70 कोरोना संक्रमित मिले थे। ईलाज के दौरान इनमें से तीन मरीजों का निधन हो गया हैं। गांव में अभी 63 कोरोना मरीज हैं जो होम आइसोलेशन में रहकर ईलाज करा रहे हैं। कलेक्टर ने प्रवास के दौरान मुनगाडीह में सर्दी, खांसी, बुखार जैसे इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षणों वाले लोगों की पहचान कर उनका कोरोना टेस्ट अनिवार्यतः करने के निर्देश स्वास्थ्य अमले को दिए। उन्होने ग्राम मुनगाडीह में लोगों के लिए खाने पीने की चीजों सहित दवाओं और अन्य जरूरी सुविधाएं मुहेैया करवाने सचिव, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सुपरवाईजर एवं सरपंच से बात की। कलेक्टर ने इसके लिए उचित व्यवस्था बनाने के निर्देश एसडीएम श्री अरूण खलखों को दिए। श्रीमती कौशल ने सचिव और सुपरवाईजर को गांव में ही ठहरकर सभी व्यवस्थाएं समय पर सुनिश्चित करने के कड़े निर्देश दिए। उन्होंने गांव में कोरोना संक्रमित लोगों की जानकारी सचिव से ली तथा सभी संक्रमित लोगों के पास आक्सीजन नापने के लिए पल्स आक्सीमीटर, थर्मामीटर एवं जरूरी दवाईओं की किट निर्धारित समय में पहुंचाने के निर्देश दिए।
बरगद पेड़ के नीचे एक्टिव सर्विलेंस की समीक्षा, कांटेक्ट ट्रेसिंग और संपर्क में आने वाले व्यक्तियों की जांच में तेजी लाने के निर्देश
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने विकासखंड मुख्यालय पाली में शिव मंदिर के पास बरगद पेड़ के नीचे एक्टिव सर्विलेंस टीम में शामिल मितानीन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं शिक्षकों के साथ विस्तार से समीक्षा की। कलेक्टर ने कोरोना संक्रमित मरीजों के संपर्क में आये लोगों का कांटेक्ट ट्रेसिंग समय सीमा में 24 घंटे के भीतर करने के निर्देश दिए। कोरोना पाॅजिटिव लोगों के संपर्क में आये हुए व्यक्तियों का कोरोना जांच भी कराने के निर्देश दिए। श्रीमती कौशल ने ग्राम सचिव को मुनगाडीह मंे ही रहकर कोरोना संक्रमण को अन्य लोगों में फैलने से रोकने के लिए सभी घरों का स्वास्थ्य सर्वे करने और संदिग्ध लोगों के कोरोना जांच कराकर उन्हे जरूरी दवाई किट बांटने के भी निर्देश दिए।
कलेक्टर ने कहा कि सर्वे कोरोना के सामुदायिक संक्रमण को रोकने में बहुत कारगर है। उन्होंने कहा कि कोरोना लक्षण वाले लोगों की पहचान कर तत्काल कोरोना जांच कराई जाए। सर्वे के दौरान मिलने वाले कोरोना पाजिटीव लोगों की कोविड अस्पताल या होम आइसोलेशन के माध्यम से ईलाज किया जायेगा। कलेक्टर ने घर-घर भ्रमण कर सर्वे करने वाली एक्टिव सर्विलेंस टीम में शामिल आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, एएनएम तथा बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को लोगों में बुखार सर्दी-खांसी, सांस लेने में तकलीफ, शरीर में दर्द, दस्त तथा उल्टी होना एवं सूंघने अथवा स्वाद की शक्ति का अहसास न होने जैसे लक्षणों की जानकारी लेने के निर्देश दिए।