November 7, 2024

स्वदेशी व विदेशी दबाव के बीच सीरम इंस्टिट्यूट अब कोरोना की नेजल वैक्सीन बनाने की कर रहा तैयारी

नई दिल्ली। भारतीय वैक्सीन कंपनियों को बाहर के साथ ही आंतरिक दोनों सिरों से आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। भारत सरकार के कड़े रुख से विदेशी भारत में अपना वैक्सीन बिजनेस खत्म होने से और भारतीय वैक्सीन के प्रोडक्शन की रफ्तार देख भौंचक्के हैं।

आत्मनिर्भर भारत की दिशा में अमेरिका जैसे देशों की बड़ी वैक्सीन कंपनियों को नकार कर जब सीरम को भारत सरकार ने स्वीकृति दी तो आदार पूनावाला की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचनाएं होने लगीं। उत्पादन सफ़लतापूर्वक होने पर लंगडी मारते अमेरिका ने वैक्सीन बनाने के लिए जरूरी कच्चे माल की आपूर्ति तक पर रोक लगा दी थी, इस पर भारतीय सुरक्षा सलाहकार तेजतर्रार अजीत डोभाल की रणनीति के कारण अमेरिका की हेकड़ी जल्दी ही टूट गई।

वैक्सिनेशन के लिए भारत में सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड का सबसे अधिकार उपयोग किया गया है, जिसके चलते सीरम यहां युद्धस्तर पर वैक्सीन की खुराकों का उत्पादन बढ़ाने में लगातार जुटी हुई है

यही कारण है कि अब इस मुद्दे पर उन्हें आलोचनाओं से लेकर अनेक लोगों से धमकियों भी मिल रही है। अनेक विपक्षी पार्टियों से लेकर देश का पूरा वामपंथी वर्ग उन्हें अपने निशाने पर लिए हुए है। इसी वजह से गृहमंत्रालय ने उन्हें तत्काल ही पूरे देश भर में Y श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है।

इन सभी आलोचनाओं के बीच अब भारत में वैक्सीन की उत्पादन करने वाली सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कंपनी के सीईओ आदार पूनावाला ने कोरोना की नेजल वैक्सीन बनाने की ओर अपने कदम बढ़ा दिए हैं। नाक से दी जाने वाली वैक्सीन के प्रथम फेज का ट्रायल ब्रिटेन में शुरू हो चुका है और पूनावाला का ये कदम विपक्षियों और आलोचकों के लिए 440 वॉट के बड़े झटके की तरह है।

भारत में कोरोना के वैक्सिनेशन में दो भारतीय कंपनियों सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक की भूमिका महत्वपूर्ण है। अब देश में सबसे ज्यादा वैक्सीन का उत्पादन कर चुके सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ आदार पूनावाला अब वैक्सिनेशन की प्रक्रिया को एक नए स्तर पर कोरोनावायरस की नेजल वैक्सीन बनाने की तैयारी मेंं लगे हुए हैं और अब खबरों के अनुसार इसके प्रथम चरण का ट्रायल भी ब्रिटेन में शुरू हो चुका है, इसे सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और आदार पूनावाला की एक नई सफलता के तौर पर देखा जा रहा है।।इस वैक्सिन की खास बात ये है कि नेजल वैक्सीन के जरिए लोगों का वैक्सिनेशन एक ही डोज से हो जाएगा।

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