बाहरी नक्सलियों से प्रताड़ित नक्सली डिप्टी कमांडर दरबारी ने पत्नी के साथ किया आत्म-समर्पण
कांकेर 12 मई: बीमारी का बहना बनाकर नक्सली दरबारी व उसकी पत्नी ने नक्सलियों को चकमा देते हुए इलाज के नाम से घर सिरसांगी पहुँचने के बाद पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया.दरबारी पर 5 लाख और उसकी पत्नी पर 2 लाख रुपये का ईनाम धोषित था.
जानकारी के अनुसार कांकेर जिले के 8 ग्रामीणों की हत्या का आरोपी नक्सली डिप्टी कमांडर दरबारी ने पुलिस के सामने अपनी पत्नी के साथ आत्मसमर्पण कर दिया। पति-पत्नी बाहरी नक्सलियों से प्रताड़ित थे। आत्मसमर्पण का प्रमुख कारण बताया जा रहा है कि बाहरी नक्सली स्थानीय नक्सलियों पर गांव वालों की हत्या के लिए दबाव बनाते थे, जिसके चलते नक्सली डिप्टी कमांडर दरबारी काफी क्षुब्ध था और इसी कारण से उसने अपनी पत्नी के साथ आत्मसमर्पण कर दिया। बीते सोमवार को कोमरापारा सिरसांगी थाना ताड़ोकी किसकोड़ो एलओएस डिप्टी कमांडर जयसिंग कोमरा उर्फ दरबारी और उसकी पत्नी प्लाटून नंबर 17 सदस्य सम्मी उर्फ सन्नी इरपा निवासी बल्लमनेंड्रा थाना बासागुड़ा जिला बीजापुर ने आत्मसमपर्ण किया। दरबारी ने कहा कि आंध्र प्रदेश जैसी जगहाें से आए बाहरी नक्सली स्थानीय नक्सलियों से गांव के लोगों की हत्या करवा रहे हैं।
बार इस लिस्ट में उसके अपने लोग शामिल होते हैं। ऊपर से आए फरमान के चलते वह चाह कर भी अपनों को बचा नहीं पाते। साथ ही उसने बताया कि बाहरी नक्सली स्थानीय नक्सलियों के साथ भेदभाव करते हैं। थोड़ा भी शक होने पर मरवा देते हैं। एक तरफ पुलिस का तो दूसरी तरफ बड़े नक्सलियों के अविश्वास का डर बना रहता है।
दरबारी कुछ दिनों से बीमार होने की बात नक्सलियों को कहता रहा। फिर इलाज कराने के नाम घर सिरसांगी पहुंचे। इस दौरान उसकी पत्नी भी साथ आई। दोनों ने हथियार संगठन में ही छोड़ दिए। स्थानीय माध्यम से पुलिस से संपर्क कर आत्म समर्पण किया। बता दें कि दरबारी पर 5 तथा पत्नी पर दो लाख का इनाम घोषित था। दरबारी साल 2011 में नक्सली संगठन में शामिल हुआ।