कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने गेरवाघाट, दर्री-गोपालपुर सड़क का किया औचक निरीक्षण
सड़क में पिचिंग के काम को तेजी से करने के दिए निर्देश
कोरबा 11 जून। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने विगत शाम गेरवाघाट और दर्री से गोपालपुर तक सड़क के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। कलेक्टर श्रीमती साहू राताखार चौक से गेरवाघाट होकर दर्री निकलने वाली निर्माणाधीन सड़क का निरीक्षण करने पहुंची। उन्होंने निर्माणाधीन सड़क पर काम की गुणवत्ता परखी एवं आवश्यक निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने सड़क पर हसदेव नदी की तरफ के सड़क के किनारे पर पिचिंग के काम को तेजी से करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने निर्माणाधीन सड़क पर बनाए जा रहे रिटेनिंग वॉल का भी अवलोकन किया। आगामी बारिश को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर ने रिटेनिंग वॉल के काम को समय सीमा में पूरा करने के निर्देश मौके पर मौजूद लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को दिए। निर्माणाधीन सड़क निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने दर्री से गोपालपुर तक बनने वाली सड़क के निर्माण कार्यों का भी जायजा लिया। उन्होंने दर्री-गोपालपुर सड़क के सर्वेक्षण के काम को निर्धारित समय सीमा में पारदर्शिता से पूरा करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान नगर निगम के आयुक्त श्री कुलदीप शर्मा, अपर आयुक्त श्री अशोक शर्मा एवं लोक निर्माण विभाग के अधिकारीगण मौजूद रहे।
शिक्षित युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने सीपेट में मिलेगा प्रशिक्षण – विगत शाम कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने स्याहीमुड़ी स्थित एजुकेशन हब में सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ प्लास्टिक टैक्नॉलॉजी का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने परिसर में बनाए गए कोविड अस्पताल का भी अवलोकन किया। इस दौरान कलेक्टर ने कोविड अस्पताल के इंचार्ज से अस्पताल में ऑक्सीजन युक्त बिस्तरों की संख्या, विकसित किए गए स्वास्थ्य सुविधाएं, भर्ती किए गए मरीजों की संख्या तथा मरीजों के खाने-पीने की सुविधा की भी जानकारी ली। कलेक्टर ने अस्पताल परिसर में उग आए घासों और झाड़ियों की सफाई करवाने और सफाई व्यवस्था लगातार बनाए रखने के भी निर्देश दिए।
कलेक्टर श्रीमती साहू ने सीपेट स्थित प्लास्टिक मोल्डिंग सेंटर का भी अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न प्लास्टिक तकनीकों से बनाए जा रहे प्लास्टिक के छोटे-छोटे उत्पादों खिलौने, बाल्टी, सोपकेस, पाईप आदि को देखा। कलेक्टर ने स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए सीपेट द्वारा संचालित किए जा रहे विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों की जानकारी प्रभारी अधिकारी से ली। कलेक्टर ने प्लास्टिक तकनीकों से स्वरोजगार के अवसर विकसित करने के लिए प्लास्टिक से बनाए जा रहे उत्पादों के निर्माण प्रशिक्षण में स्थानीय युवाओं को अधिक से अधिक संख्या में जोड़ने के निर्देश मौजूद अधिकारियों को दिए।