वैक्सीन लगवाने में नहीं ली जा रही रूचि
कोरबा 25 जून। वैश्विक महामारी कोविड के खतरों से हर कोई रूबरू है और इसकी गंभीरता को समझने का प्रयास भी कर रहा है। इसलिए सरकार ने अलग-अलग आयु समूह के लोगों को वैक्सीन का लाभ देना तय किया है। लगातार इस बारे में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके बावजूद विभिन्न क्षेत्रों में ऐसे लोग भी हैं जो जानबूझकर वैक्सीन लगवाने से कतरा रहे हैं। एसईसीएल कुसमुंडा प्रबंधन ने ऐसे खास कर्मचारियों को सबक सिखाने पर जोर दिया है।
कुसमुंडा क्षेत्र के एपीएम पी.के.जैन ने बताया कि एरिया में वर्तमान स्थिति में लगभग 25 कर्मचारी ही ऐसे शेष रह गए हैं जिन्होंने कोविड से बचाव के लिए वैक्सीनेशन को काफी हल्के से लिया है। बार-बार इस कड़ी में बहानेबाजी की जा रही है। कई तरह के तर्क दिए जा रहे हैं और वैक्सीन लगवाने से किनारा किया जा रहा है। जिन मामलों में कर्मी हृदय रोगी या अन्य गंभीर समस्या से ग्रसित हैं, उन्हें मेडिकल रिपोर्ट दिखाने पर राहत दी जा रही है। जबकि कुछ प्रकरणों में लोगों को 7 दिन की छूट दी गई है लेकिन बार-बार समय बढ़ाने का काम संभव नहीं है। परियोजना और दूसरे स्तर पर कितने लोगों का वैक्सीनेशन होना बाकी है, इसकी जानकारी संबंधित अधिकारियों से प्राप्त हो सकती है। एपीएम ने बताया कि एसईसीएल कंपनी खुद अपने स्तर पर अभियान चला रही है। यह कुल मिलाकर कर्मचारियों के साथ-साथ उनके परिवार और कंपनी के हित में है। इसलिए सभी को इस अभियान को लेकर जिम्मेदारी का प्रदर्शन करना ही होगा। क्योंकि केंद्र और राज्य सरकार की मंशा भी यही है कि हर कोई सुरक्षित रहे। खबर के अनुसार वैक्सीन नहीं लगवाने और इसे लेकर गैर जिम्मेदाराना रूख दिखा रहे अनेक कर्मचारियों को लाइन पर लाने के लिए कई तरह से जतन किये जा रहे हैं। ऐसे कर्मियों को साफ कह दिया गया है कि व्यक्तिगत कारणों से बहुत बड़े समुदाय के लिए जोखिम का कोई मौका नहीं दिया जा सकता।