November 22, 2024

गुमशुदा लालू ओराम को परिवार से मिलाने युवा मोर्चा ने दिखाई सक्रियता

कोरबा 10 जुलाई। उड़ीसा के सुंदरगढ़ जिले के बिसरा थाना क्षेत्र से लालू ओराम नाम का 21 वर्षीय युवक लगभग 20 दिन से घर वालों को बिना बताए घर से निकल गया था और घर से बहुत दूर छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में भटक गया। विगत 5 जुलाई को युवक ग्राम तिलकेजा के खैरभंठा में खेत के समीप ग्रामीण गुमित यादव को भूखे प्यासे स्थिति में मिला और राउरकेला का रास्ता पूछने लगा। पूछताछ से जानकारी मिली कि वह घर से लगभग 20 दिन से निकला है और रास्ता भटक गया है, वह काफी दिनों से सही ढंग से भोजन भी नहीं किया है। मानवता दिखाते हुए गुमीत यादव ने उसे अपने साथ घर ले गया, भोजन कराया और रात को साथ में सुलाया।

दूसरे दिन गांव के सरपंच और कोटवार को इस संबंध में जानकारी भी दी गई परंतु सरपंच द्वारा गांव से बाहर होना बताया गया। जब इसकी सूचना क्षेत्र के समाज सेवक और भाजपा युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष किशन साव को मिली तब वे अपने कार्यकर्ताओं के साथ उक्त युवक से मिलकर पूछताछ शुरू किया जिससे युवक पढ़ा लिखा पता चला परंतु दिमागी हालत पूरी तरह से ठीक नहीं था। किशन साव ने कार्यकर्ताओं के साथ तत्परता दिखाते हुए युवक को फौरन नजदीक के थाना उरगा लेकर गए और घटना की जानकारी थाने में दर्ज कराया। पुलिस के द्वारा युवक के घर का पता जानकर बस या ट्रेन से भेजने की बात कही गई परंतु श्री साव एवम साथियों को यह गवारा नहीं हुआ क्योंकि उक्त युवक फिर किसी गलत आदमी के हांथ लगकर और किसी अनहोनी का शिकार न हो जाए। अतः उड़ीसा के परिचितों, विभिन्न विभिन्न पुलिस थाना में संपर्क करते उनके परिजन तक संपर्क करने में सफलता मिली और वे अपने भाई लालू ओराम को वापस लाने निकल पड़े। देर रात लालू के घरवाले तिलकेजा पंहुचे और श्री साव के साथ उरगा थाना पहुंचकर कांस्टेबल के साथ लगभग 2 बजे रात में गुमित यादव के निवास पहुंचकर कागजी कार्रवाई पूरी करके गुमशुदा लालू ओराम को परिवार वालों को सुपुर्द किया गया। परिजनों से मिलने पर जो खुशी उनके चेहरे पर बन रही थी उससे सभी भावुक नजर आ रहे थे। गुमित यादव की मानवता और किशन साव तथा पुलिस कर्मियों की सक्रियता से आज एक गुम इंसान अपने परिवार वालों से मिल सका। इस पूरे घटनाक्रम में श्री साव के अलावा गुमित यादव, रितिक वैष्णव, गौरव तिवारी, संजय यादव, रविंद्र सोनी, शैलेंद्र यादव का सहयोग प्रसंसनीय रहा।

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