December 25, 2024

जिले के दूरस्थ इलाकों में स्थापित होगी बैंक शाखा, लोगो को बैकिंग सुविधाओं का मिलेगा लाभ

कोरबा 14 जुलाई। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में विभागीय कार्यों की प्रगति पर समीक्षा बैठक ली। कलेक्टर ने जिला स्तरीय अधिकारियों की मौजूदगी में कहा कि जिले के दूरस्थ इलाको में बैंक शाखा की स्थापना की जाएगी जिसमें लोगों को बैंकिंग सुविधाओं का लाभ मिलेगा। बैंक शाखा स्थापित हो जाने से लोगों को बैंकिंग कार्य के लिए लम्बी दूरी तय कर जिला मुख्यालय या बड़े कस्बों में जाना नहीं पड़ेगा। कलेक्टर श्रीमती साहू ने विकासखण्ड पोड़ी-उपरोड़ा के गांव साखो, टिहरीसराई और गिधमुड़ी में बैंक शाखा स्थापना के लिए कार्ययोजना बनाने और उस पर समय सीमा में अमल करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने समीक्षा बैठक के दौरान राजस्व विभाग के कार्यों की प्रगति की भी जानकारी ली। नामांतरण, सीमांकन, बंटवारा एवं भू-अर्जन संबंधी प्रकरणों के बारे में राजस्व अधिकारियों से जानकारी ली। लंबित राजस्व प्रकरणों को समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने आरबीसी 6-4 के लंबित प्रकरणों के बारे में राजस्व अधिकारियों से जानकारी ली। कलेक्टर श्रीमती साहू ने कहा कि 6-4 प्रकरण में मृत्यु के दो महीने के भीतर आश्रितों को मुआवजा प्रदान की जाए। मुआवजा के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट को पर्याप्त मानकर थाने का खात्मा रिपोर्ट का इंतजार नहीं करना चाहिए। मुआवजा समय सीमा में मिल जाने से ग्रामीणों को अनावश्यक रूप से कार्यालय नहीं आना पड़ेगा। कलेक्टर ने जिले के नेटवर्क विहीन वनांचल गांवो की जानकारी ली तथा सुदूर एवं दूरस्थ गांवो में मोबाईल नेटवर्क कनेक्टिविटी पहुंचाने के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। समय सीमा की बैठक के दौरान नगर निगम आयुक्त श्री कुलदीप शर्मा, वनमण्डलाधिकारी कोरबा श्रीमती प्रियंका पाण्डेय, डिप्टी कलेक्टर श्री आशीष देवांगन, श्री बी. आर. ठाकुर, श्री नंद जी पाण्डेय, एसडीएम कोरबा श्री सुनील नायक, एसडीएम कटघोरा श्रीमती सूर्य किरण तिवारी, एसडीएम पोड़ी उपरोड़ा श्री संजय मरकाम, जनपद पंचायतों के सीईओ सहित सभी विभागों के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।

कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत चल रहे कार्यों की भी समीक्षा की। लंबित निर्माण कार्यों को समय सीमा में पूरा करने के निर्देश मौके पर मौजूद अधिकारी को दिए। कलेक्टर ने समय सीमा की बैठक में बिना अनुमति के अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों के प्रति नाराजगी जताई। उन्होंने बिना अनुमति के बैठक में अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों के एक दिन के वेतन काटने के निर्देश जिला कोषालय अधिकारी को दिए। कलेक्टर ने बैठक के दौरान सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि कर्मचारियों का अनावश्यक संलग्नीकरण उनके अनुमोदन के बिना नहीं किया जाए। उन्होंने अनुकंपा नियुक्ति एवं विभागीय भर्ती प्रक्रिया को निष्पक्षता से पूरा करवाने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने मुख्यमंत्री घोषणा संबंधी कार्यों एवं मुख्यमंत्री जनचौपाल के लंबित आवेदनों की जानकारी भी ली। उन्होंने लंबित कार्यों को समय में पूरा करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। कलेक्टर श्रीमती साहू ने बैठक में मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना की भी समीक्षा की। उन्होंने योजनांतर्गत वृक्षारोपण करने वाले किसानों को एकरूपी पौधों का चयन कर चयनित भूमि में लगाने के लिए प्रोत्साहित करने को भी कहा। एकरूपी पौधे लगाने से किसानों को वृक्षारोपण से अधिक लाभ होगा और वृक्षों की देखरेख तथा उत्पादन भी बढ़ेगा। कलेक्टर ने किसानों को वृक्षारोपण के लिए अच्छी प्रजाति के पौधे लगवाने के लिए प्रोत्साहित करने सभी जनपद सीईओ को निर्देशित किया।

कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने बैठक में स्वास्थ्य विभाग के भी कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान कलेक्टर ने जिले में उपलब्ध स्वास्थ्य संसाधन और मेडिकल स्टॉफ की जानकारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी. बी. बोडे से ली। जिला अस्पताल में उपलब्ध डॉक्टरों और विभागवार डॉक्टरों द्वारा किए जा रहे ईलाज के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने जिला अस्पताल में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं का ग्रामीण क्षेत्रों में पामप्लेट, पोस्टर एवं बैनर के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं मितानिनों के माध्यम से जिले में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में बताया जाए। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी मिलने से स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ जिले में ही मिल सकेगा और दूसरे शहर में नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने पाली, कटघोरा और पोड़ी-उपरोड़ा में बनाए गए ऑपरेशन कक्ष में ईलाज शुरू करने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने समीक्षा बैठक के दौरान ओपीडी, सोनोग्राफी, सर्जरी एवं संस्थागत प्रसव की भी लक्ष्यानुसार जानकारी ली। उन्होंने ओपीडी-आईपीडी के माध्यम से मरीजों का ईलाज बढ़ाने के निर्देश स्वास्थ्य अधिकारियों को दिए।

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