अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने गुरूजनों का किया सम्मान
कोरबा 25 जुलाई। गुरुपूर्णिमा के पावन अवसर पर मां भारती की सेवा में तत्पर विश्व के सबसे बड़े छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कोरबा के कार्यकर्ताओं ने गुरु पूर्णिमा मनाया। इस तारतम्य में शासकीय ईवीपीजी कालेज में गुरुजनों को श्रीफल एवं शाल भेंट कर आशीष प्राप्त किया गया। इस अवसर पर प्राचार्य डा आरके सक्सेना ने कहा कि गुरु एक शिक्षक से लेकर के सर्व साधारण व्यक्ति तक गुरु हो सकता है। गुरु का शिष्य के जीवन में एक अहम भूमिका होती है।
गुरु एक दीपक की भांति प्रकाशवान होता है जो अशिक्षा रूपी अंधकार को दूर करके ज्ञान की ज्योति प्रकाशित करके विद्यार्थी जीवन को सर्वोत्तम बनाकर इस भीड़ रूपी संसार में पृथक पहचान लेकर के पथ प्रदर्शक अर्थात मार्गदर्शक का कार्य करते हैं। उन्होंने कहा की भले ही आज का युग एक तकनीकी युग है परंतु यथार्थ एक गुरु और एक शिष्य के बीच में संवाद होता है। उससे असीमित ज्ञान का प्रकटीकरण होता हैए जिससे अपनी संस्कार और सभ्यता को समझने परखने का ज्ञान प्राप्त होता है। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत की इस गुरु शिष्य की परंपरा एक प्रशंसनीय व अनुकरणीय संस्कार है। इससे एक आत्मीय प्रेम गुरु और शिष्य के बीच में बनता है जो एक अटूटए सदैव जीवंत रहता है। इसी तारतम्य में विद्यार्थियों को निरंतर आगे बढ़ने एवं सुव्यवस्थित संस्कारित शिक्षा प्राप्त करने का आशीर्वाद कालेज के गुरुजनों ने प्रदान किया। इस कार्यक्रम में उपस्थित विद्यार्थियों का गुरुजनों ने आशीष प्रदान कर स्वस्थ रहने की कामना की। कार्यक्रम में प्रमुक रूप से नगर मंत्री अभिषेक तिवारी, महाविद्यालय प्रमुख सन्नी यादव, कार्यालय मंत्री पंकज पटेल, अभिषेक साहू, अमित पटेल, राहुल निर्मलकर एवं मोंटी पटेल उपस्थित रहें।