September 17, 2024

जनता कांग्रेस जे नेता अमित जोगी के ट्वीट से मचा बवाल, कोरबा कलेक्टर के खिलाफ साजिश की चर्चा, जोगी को किया गया गुमराह

*15 अगस्त के पूर्व जनता कांग्रेस जे नेता अमित जोगी के ट्वीट से मचा बवाल*
*गंगाजल हथेली में लेकर पूर्ण शराबबंदी के लिए कांग्रेस सरकार के दावों पर उठाया था सवाल*
*अमित जोगी ने सरकारी भवन में आईपीएस एवं आईएएस अधिकारियों के शराब पार्टी का फ़ोटो एवं कार्यवाही की अपील का पोस्ट किया था ट्वीट*
*एक ही रात में लाखों की शराब गटकने का दावा कर DOPT एवं PMO में शिकायत करने का अमित जोगी ने ट्वीटर में किया था उल्लेख*

*15 अगस्त को ट्वीट डिलीट कर अमित जोगी ने मांगी माफ़ी, कहा; ब्यक्तिगत जीवन की फोटो पोस्ट करना थी मेरी भूल*
*रायपुर एसएसपी एवं जीएसटी अधिकारियों द्वारा शासकीय भवन में शराब पार्टी मनाने का अमित जोगी ने किया था दावा*
*आख़िर क्या था वह ट्वीट जानने के लिए पढ़िए पूरी ख़बर…*

रायपुर 15 अगस्त। इन दिनों छत्तीसगढ़ में कद्दावर आईएसएस एवं आईपीएस ऑफिसरों के शराब पार्टी की फ़ोटो छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री स्व अजीत प्रमोद जोगी के पुत्र एवं जनता कांग्रेस जे के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी के द्वारा अपने ट्वीटर हेंडल *Amit Ajit Jogi on Twitter में गंगाजल को हथेली में लेकर@INCChhatisgarh नेताओ ने प्रदेश के….* 15 अगस्त की रात्रि जब पूरा देश स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों में लीन था ऐसे वक़्त में जनता कांग्रेस जे नेता अमित जोगी का एक ट्वीट जिसमे रायपुर के वरिष्ठ आईपीएस एवं आईएस अधिकारियों द्वारा सरकारी भवन में शराब पार्टी किए जाने के दांवों के साथ वायरल होने लगा। जिसमें जनता कांग्रेस जे नेता पूर्व विधायक अमित जोगी के द्वारा लिखा गया था कि “गंगाजल हथेली में लेकर कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश के मैदानी इलाकों में पूर्ण शराबबंदी लागू करने का वादा किया था। मेरे पास ताजा तश्वीरें आई है जिसमे स्वतंत्रता दिवस के पूर्व संध्या पर सरकार के वरिष्ठ IAS/IPS अधिकारी खुल्लेआम शराब पी रहे है। आईएएस श्रीमति रानू साहू, रायपुर SSP श्री अजय यादव और उनके साथी अधिकारी मित्र खुलेआम शराब-वोदका, बीयर, विस्की इत्यादि का शासकीय भवन में सेवन करके अय्यासी कर रहे है। ये बेहद आपत्तिजनक है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को इन अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगना चाहिए और उनके विरुद्ध दंडनात्मक कार्यवाही करनी चाहिए। ऐसे अधिकारियों को बर्खास्त करना चाहिए जिन अधिकारियों की मासिक तनखा रु50000 है, वे रु100.000 की शराब कैसे पी सकते है, इसकी पृथक से शिकायत मैं DoPT और प्रधानमंत्री को करूँगा। छत्तीसगढ़ की जनता की लूट मैं कदापि बर्दास्त नही करूँगा! ढाई साल का समय है सुधर…”

अमित जोगी इतने में ही नही रुके इनके द्वारा लगातार चार और ट्वीट किए गए। जैसे ही उनके द्वारा उक्त ट्वीट सोशल मीडिया में वायरल की गई, बवाल मचना तय था। छत्तीसगढ़ के आई ए एस, आई पी एस एवं प्रशासनिक अमलो में भूचाल आ गया।जब एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ में चार नए जिलों एवं 18 नए तहसील सहित विभिन्न सौगातों की घोषणा रायपुर के परेड मैदान से कर रहे थे जहाँ प्रदेश में चारो तरफ खुशी का माहौल था वही नशाखोरी करते सोशल मिडीया में आईएएस एवं आईपीएस की तस्वीरे वायरल हो रही थी जिसको लेकर भूचाल मचा हुआ था।

अचानक अमित जोगी ने अपने ट्वीटर हैंडल से उक्त पोस्ट डिलीट करने की जानकारी सार्वजनिक की। आखिर ऐसी क्या वजह थी कि पोस्ट डिलीट करने की जानकारी वायरल की गई।आखिर ऐसा क्या हुआ कि एक राजनैतिक दल के सुप्रीमो अमित जोगी को पोस्ट डिलीट करना पड़ा। यह तो वक़्त ही बताएगा। फ़िलहाल अमित जोगी के इस सनसनीखेज ट्वीटर पोस्ट ने न सिर्फ छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश की राजनीति में भूचाल ला दिया।

*नोट- उक्त फोटो की सत्यता की पुष्टि हमारे द्वारा नही की जा रही है। उक्त फोटो अमित जोगी के ट्विटर हैंडल से पोस्ट की गई फोटो का स्क्रीन शॉट है*

दूसरी ओर कहा जा रहा है कि बेहद कम समय में कोरबा जिले में अपनी अलग छवि गढ़ने वाली आईएएस को कुछ लोग पचा नही पा रहे है। उनके भ्रष्टाचार पर लगाम कसने के उनके उद्देश्य से नाराज एक खेमा ज़िलाधीश को बदनाम करने सक्रिय हो गया है। उन्हें बदनाम करने की साजिश के तहत शराब की बोतलों के साथ उनकी तस्वीरे वाइरल किया गया और इसे ताजा मामला बताया गया। फिर तस्वीर पोस्ट करने के लिए माफी भी मांग ली गई।

उल्लेखनीय है कि कोरबा में पदस्थ होते ही जिले में चले रहे भ्रष्टाचार पर लगातार ब्रेक लगा है, जिससे कमीशनखोर ठेकेदारों में आतंक फैला हुआ है और चंदे की रकम अपने आकाओं तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं। भ्रष्टाचारियों पर एक के बाद एक हो रही कार्यवाही से जिले के भ्रष्ट अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। वही खनिज न्यास मद से उल्टे सीधे प्रोजेक्ट से काम करने वाले ठेकेदार व राजनीतिक नेता भी कलेक्टर के आक्रामक कार्य शैली से नाराजगी से भरे हुए है। पदस्थापना के बाद से कर्तव्यनिष्ठ जिलाधीश को कई तरह से साधने के प्रयास भी किया गया, पर सेटिंग न होने से बौखलाए लोग अब उन्हें हटाने की साजिश लगातार रच रहे है। हालांकि महीने भर की पोस्टिंग की वजह से उन्हें आसानी से हटाया भी नही जा सकता। यही वजह है कि उनकी साफ सुथरी छवि पर दाग लगाकर एक मुद्दा बनाने का प्रयास करते हुए शराब की बोतलों के साथ उनकी तस्वीर वायरल की जा रही है।
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