निगम लेखाधिकारी की जांच हो सकती है प्रभावित, दल में शामिल एक अधिकारी को हटाने की मांग
कोरबा। नगर निगम कोरबा से रिटायर्ड हो चुके मुख्य लेखाधिकारी का दबदबा अब भी बरकरार नजर आ रहा है। पीआर मिश्रा द्धारा किये गए टेंडर घोटाला के मांमले में जो जाँच टीम गठित की गई है उसमे ग्यास अहमद को भी सदस्य बनाया गया है। जानकारों की माने तो जाँच को प्रभावित कर पी आर मिश्रा के पक्ष में रिपोर्ट बनाने की पूर्व लेखाधिकारी की यह सोची समझी रणनीति का हिस्सा है। शिकायतकर्ता राहुल शुक्ला ने भ्रष्टाचार के आरोप की जाँच निष्पक्ष करने जाँच टीम से ग्यास अहमद को हटाने मांग की है।
आपको बताते चले कि पूर्व में मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखकर कोरबा नगर निगम में तैनात वित्त और लेखाधिकारी परशुराम मिश्रा पर गम्भीर आरोप लगे थे। चिट्ठी में कहा गया था कि किस तरह पी आर मिश्रा अपने ओहदे का फायदा उठाकर अपने रिश्तदार को ठेकेदारी करा रहे है। शिकायतकर्ता ने लेखाधिकारी पर रिश्तेदार को ठेकेदारी कराने का आरोप लगाया था। शिकायत के आधार पर संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन बिलासपुर ने जाँच के आदेश दिए थे। जांच करने देर से ही सही लेकिन निगम आयुक्त ने जांच टीम गठित कर दी। हालांकि आयुक्त ने अनजाने में पूर्व में भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित अधिकारी को ही जांच टीम का सदस्य बना दिया।
इस बात की जानकारी लगते ही शिकायतकर्ता ने जांच को प्रभावित होने का अंदेशा जताते हुए जांच टीम से ग्यास अहमद को हटाने की मांग की है, जससे कि लेखाधिकारी पर लगे आरोपो की निष्पक्ष जांच कराई जा सके।