14 सूत्रीय मांगों के समर्थन में कर्मचारी अधिकारी ने दिखाई एकजुटता
मांग पूरी नहीं होने पर बड़ी आंदोलन के लिए कर्मचारी अधिकारी तैयार
कोरबा 4 सितम्बर। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय आह्वान पर 28ः लंबित महंगाई भत्ता के साथ-साथ अन्य 14 सूत्रीय मांगों के समर्थन में जिला कोरबा के अधिकारी कर्मचारियों ने एकजुटता का परिचय देते हुए 3 सितंबर को तानसेन चौक आईटीआई कोरबा में हजारो की संख्या में कर्मचारी-अधिकारियों की उपस्थिति में आंदोलन संपन्न हुआ।
फेडरेशन के जिला संयोजक के आर डहरिया के नेतृत्व में जिले के विभिन्न कर्मचारी संगठन छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ, छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ,प्रदेश लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ, स्वास्थ्य बहुद्देशीय कर्मचारी संघ, वाहन चालक संघ,निगम कर्मचारी अधिकारी संघ, ग्राम पंचायत सचिव संघ लोक निर्माण विभाग कर्मचारी संघ, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग कर्मचारी संघ, वन कर्मचारी संघ रेशम विभाग,व्यायाम शिक्षक संघ, पशु चिकित्सा कर्मचारी संघ,आजकस संघ,प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ,अपाक्स संघ, छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ, छत्तीसगढ़ व्याख्याता संघ, छत्तीसगढ़ शिक्षक काग्रेस छत्तीसगढ़ लघु वेतनभोगी कर्मचारी संघ, छत्तीसगढ़ राज्य कर्मचारी संघ, छत्तीसगढ़ पटवारी संघ, छत्तीसगढ़ छात्रावास अधीक्षक संघ, छत्तीसगढ़ आकस्मिक एवं कार्यभारित कर्मचारी संघ, छत्तीसगढ़ कृषि विभाग कर्मचारी संघ, अन्य नियमित एवं अनियमित विभिन्न कर्मचारी संघ द्वारा आंदोलन में पूर्ण समर्थन करते हुए सहभागिता प्रदान किया गया।
ज्ञातव्य हो कि राज्य शासन द्वारा कर्मचारी हित में समाधान कारक निर्णय नहीं लेने के कारण कर्मचारी अधिकारी पेंशनर्स आक्रोशित हैं। उल्लेखनीय है कि राज्य शासन द्वारा कर्मचारी हित में निर्णय नहीं लेने कारण 3 सितंबर 2021 को कलम बंद काम बंद हड़ताल अवकाश लेकर किया गया साथ ही निराकरण के अनुरोध सहित पुनः स्मरण पत्र मांग पत्र मान्य मुख्यमंत्री को द्धारा कलेक्टर प्रेषित किया गया है यदि राज्य शासन द्वारा अधोलिखित 14 बिंदुओं पर समाधान कारक निर्णय नहीं लिया तो छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन अनिश्चितकालीन हड़ताल करने का निर्णय लेने बाध्य होगा जिसका संपूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
धरना आंदोलन प्रदर्शन में मुख्य रूप से के आर डहरिया जे पी उपाध्याय, प्यारे लाल चौधरी, आर के पांडे, तरुण सिंह राठौर, एस एन शिव, एएस के द्विवेदी, रामचंद्र नामदेव, सुरेश उपाध्याय, ओम प्रकाश, बघेल मान सिंह राठिया, विनय सोनवानी, एच एस अघरिया, आर आर श्रीवास, डी डी साहू, रामनरेश दुबे नित्यानंद यादव, आरएन सिंह, राजेश राय, प्रभात शर्मा, नानही दास दीवान, विभूति सिंह, अरुण मिश्रा प्रशांत गुप्ता,महेंद्र मिश्रा, सुरेश उपाध्याय,श्रीमती करपे, श्रीमती सीमा लाल श्रीमती अनीता राठौर, श्रीमती रीता, चौधरी अखिलेश शुक्ला, धरमलाल भरद्वाज, डॉ हरी दिवाकर, पीके शर्मा विवेक लांडे, संजय सिंह, एमपी सिंह, संजय अग्रवाल ,एमआर श्रीवास, शंकर दयाल साव, रामकृपाल साहू, रामायण पात्रे, सुरेंद्र खुटे, के एल डहरिया, दिनेश जोशी, के डी पात्रे, आर पी दुबे, रामेश्वर प्रसाद पटेल, विनय शुक्ला, विपिन यादव, संजय दुबे, घनश्याम श्रीवास, एल एम द्विवेदी, आरएन सिंह, डीपीएस सोलंकी, नंदलाल पैकरा, अजीत रात्रि, नम्रता परिहार, विक्रम ठहरे, अवध राठिया, उर्मिला कुमारी, दिवाकर रमेश दास, आरती दुबे, बीपी वर्मा, एनके पटेल एवं लगभग हजारों की संख्या में मातृ शक्ति के साथ-साथ अधिकारी कर्मचारी आंदोलन में पूर्ण समय तक उपस्थित रहकर 14 सूत्रीय मांगों के समर्थन में रहे।