December 23, 2024

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम, 20 सितम्बर तक चलेगा अभियान

कृमि मुक्त करने जिले के पांच लाख 57 हजार से अधिक बच्चों को दिया जाएगा एल्बेंडाजोल का डोज

कोरबा 13 सितंबर। कोरबा जिले में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम का आगाज कल 13 सितम्बर से षुरू हो रहा हैं। कार्यक्रम का आयोजन 20 सितम्बर 2021 तक किया जाएगा। इस दौरान जिले के एक से 19 वर्ष तक के पांच लाख 57 हजार 668 बच्चों और किशोर-किशोरियों को कृमि मुक्ति की दवा एल्बेंडोजोल की खुराक दी जाएगी। इस दौरान दवाखाने से छुटे हुए बच्चों को फिर से 21 से 23 सितम्बर 2021 के बीच मॉप दिवस पर एल्बेंडाजोल दवाई खिलाई जायेगी। कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. कुमार पुष्पेश ने बताया कि कोरोना संक्रमण के खतरों को देखते हुए पूरी सावधानी बरतते हुए मितानिन एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर 01 से 19 वर्ष तक के बच्चों व किशोर-किशोरियों को कृमिनाशक दवा खिलाएंगी। जिले में एक वर्ष से 19 वर्ष तक के पांच लाख 57 हजार 688 बच्चों व किशोर-किशोरियों को कृमिनाशक दवा दी जाएगी। डॉ. पुष्पेश ने बताया जिले के आंगनबाड़ियों के 99 हजार 519 बच्चों, आंगनबाड़ियों से बाहर के 21 हजार 560 बच्चों, शासकीय विद्यालयों के एक लाख 91 हजार 032 बच्चों, निजी स्कूलों के 75 हजार 697 बच्चों और शाला त्यागी एक लाख 69 हजार 881 किशोर-किशोरियों को कृमिनाशी एल्बेंडाजॉल दवाई की खुराक दी जाएगी। एल्बेंडाजोल की खुराक 1 से 2 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों को आधी गोली तथा 3 से 19 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों को एक पूरी गोली खिलायी जायेगी।

नोडल अधिकारी ने बताया कि कृमिनाशी दवा एल्बेंडाजोल बच्चों और बड़ों दोनों क लिए सुरक्षित है, परंतु बच्चों के शरीर में कृमि होने के कारण दवा खिलाने के बाद सामान्य साइड इफेक्ट जैसे जी मचलाना, उल्टी-दस्त, पेट में हल्का दर्द या थकान होने की संभावना हो सकती है। ऐसे सामान्य साइड इफेक्ट पर घबराने की जरूरत नहीं है, बच्चों को घर पर ही संभाला जा सकता है। दवा खिलाने के बाद यदि बच्चे को ऐसे मामूली साइड इफेक्ट हों तो उसे खुली जगह पर लेटाएं, पीने का साफ पानी दें और उसकी निगरानी करें । इसके साथ ही इसकी सूचना मितानिनों एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के दें ताकि प्रभाव बढ़ने पर बच्चे का ईलाज अस्पताल में कराया जा सके। जिला प्रशासन द्वारा कृमिनाशी कार्यक्रम के दौरान सभी अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केन्द्रों में ऐसी प्रतिकूल परिस्थितियों से निपटने की तैयारियां सुनिश्चित कर ली गई है।

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