November 7, 2024

कलेक्टर श्रीमती साहू ने कटघोरा के टसर बीज केन्द्र का किया निरीक्षण

गौठान की महिलाओं को भी कोसा धागा से साड़ी और कपड़ा बुनाई के ट्रेनिंग देने के दिए निर्देश

कोरबा 26 नवम्बर। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने कटघोरा क्षेत्र भ्रमण के दौरान कटघोरा स्थित टसर बीज केन्द्र का औचक निरीक्षण किया। कलेक्टर श्रीमती साहू ने केन्द्र में रेशम पालन विभाग द्वारा संचालित विभिन्न गतिविधियों का अवलोकन किया। ककून से कोसा धागा निकालने के विभिन्न चरणों की जानकारी रेशम विभाग के अधिकारियों से ली। टसर बीज केन्द्र में कटघोरा आसपास के ग्रामीण ककून उत्पादन और कोसा धागाकरण के कार्य में लगे हुए हैं। कलेक्टर ने ग्रामीणों द्वारा किए जा रहे ककून उत्पादन और कोसा धागाकरण की विस्तार से जानकारी भी अधिकारियों से ली। कलेक्टर श्रीमती साहू ने इंडस्ट्रीयल पार्क के रूप में विकसित किए जा रहे गौठानों में महिलाओं को भी कोसा धागा के व्यवसाय से जोड़ने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि गौठानों में महिलाओं को कोसा धागों से साड़ी आदि वस्त्र बनाने का प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए। महिलाओं को कोसा से धागा निकालने और साड़ी तथा कपड़ा बुनाई की ट्रेनिंग देकर अधिक से अधिक ग्रामीण महिलाओं को स्वावलंबन की ओर अग्रसर किया जाए।

कलेक्टर श्रीमती साहू ने टसर बीज केन्द्र कटघोरा में ककून से कोसा धागाकरण पश्चात धागे की बिक्री और उनके विभिन्न क्वालिटी के बारे में भी अधिकारियों से पूछा। रेशम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कटघोरा में टसर कोसे से उत्पादित धागा पांच हजार 300 रूपए तक प्रतिकिलो के हिसाब से बिकता है। ग्रामीण महिलाएं अपने घर के काम करते हुए भी कोसा धागा उत्पादन में जुड़ी हुई हैं। कोसा व्यवसाय से आसपास के तीन हजार से अधिक परिवार सीधे जुड़े हुए हैं। कोसा कलेक्शन में कोरबा जिला प्रदेश में अग्रणी स्थान स्थापित किया है। कोसा धागा उत्पादन से जुड़ी महिलाओं को 200-250 रूपए प्रतिदिन की आवक भी हो रही है। अधिकारियों ने कलेक्टर श्रीमती साहू को बताया कि कटघोरा स्थित टसर बीज केन्द्र से निर्मित कोसा धागों को बुनकरो को सीधे बिक्री कर दिया जाता है। अधिकारियों ने बताया कि टसर बीज केन्द्र से जुड़े परिवारों को कोसा व्यवसाय से खूब लाभ हो रहा है जिससे परिवारों की आर्थिक स्थिति लगातार मजबूत हो रही है।

कलेक्टर ने र्प्रगतिशील किसान के डेयरी फॉर्म का किया निरीक्षण – कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने आज छुरीकला के पास ग्राम धनरास पहुंचकर प्रगतिशील किसान श्री दीनदयाल देवांगन के डेयरी फार्म का औचक निरीक्षण किया। श्री देवांगन शासकीय सहायता से डेयरी फॉर्म इकाई का संचालन कर रहे हैं। उनके डेयरी में 10 दुधारू गाय सहित कुल 28 मवेशियां मौजूद है। डेयरी में मौजूद गायों से प्रतिदिन लगभग 100 लीटर दूध का उत्पादन होता है। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने डेयरी पर पहुंचकर गायों को रखने की जगह, चारा, पानी की उपलब्धता आदि की जानकारी किसान से ली। किसान श्री देवांगन को डेयरी फॉर्म इकाई के स्थापना में कुल 12 लाख रूपए की लागत आई थी। शासन की ओर से उन्हें छह लाख रूपए का अनुदान प्रदान किया गया है। श्री देवांगन ने कलेक्टर को बताया कि शासन के सहयोग से डेयरी की स्थापना कर दूध उत्पादन से प्रतिमाह उन्हें अच्छी आमदनी हो रही है। उन्होनें बताया कि अपनी आय को बढ़ाने के लिए डेयरी के व्यवसाय के साथ सब्जी उत्पादन और वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन भी कर रहे हैं।

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