October 2, 2024

धान खरीदी: पहले दिन 916 क्विंटल धान बेचने 23 किसानों का कटा टोकन

*एक दिसम्बर से शुरू होगी धान और मक्का की समर्थन मूल्य पर खरीदी*

*इस वर्ष डेढ़ लाख मीट्रिक टन से अधिक धान का उपार्जन अनुमानित*

*किसानों के बारदाने में भी खरीदा जाएगा धान, 40 हजार से अधिक किसानों ने कराया पंजीयन*

*अब सात की जगह 15 दिन की अवधि के लिए जारी होगा टोकन*

कोरबा 30 नवम्बर। कोरबा जिले में कल एक दिसम्बर से समर्थन मूल्य पर किसानों से धान और मक्का की खरीदी शुरू हो जाएगी। एक दिसंबर को धान खरीदी के पहले दिन जिले में 23 किसान अपने खेतों में उपजाया 916 क्विंटल धान समर्थन मूल्य पर सहकारी समितियों में बेचेंगे। इसके लिए जिले के सात उपार्जन केंद्रों ने किसानों को टोकन भी जारी कर दिए हैं। राज्य शासन द्वारा इस वर्ष किसानों को धान बेचने के लिए सात की बजाय 15 दिन की अग्रिम अवधि का टोकन जारी किया जायेगा। पहले दिन के लिए उपार्जन केंद्र कटघोरा में एक, छुरीकला में दो, दुरपा में तीन, पाली में पांच, पोंड़ी में तीन, सिरमिना में छह और हरदीबाजार में तीन किसानों को धान बेचने के लिए टोकन जारी किया गया है। चालू धान खरीदी सत्र में कोरबा जिले में एक लाख 54 हजार 344 मीट्रिक टन धान का समर्थन मूल्य पर उपार्जन अनुमानित है। कॉमन धान का समर्थन मूल्य एक हजार 940 रूपए प्रति क्विंटल और ए ग्रेड धान का समर्थन मूल्य एक हजार 960 रूपए निर्धारित किया गया है। मक्का एक हजार 870 रूपए प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा। इस बार राज्य के किसानों से एक दिसंबर 2021 से 31 जनवरी 2022 तक नकद और लिकिंग में धान की खरीदी होगी। प्रदेश के किसानों से अधिकतम 15 क्ंिवटल प्रति एकड़ की सीमा तक धान खरीदा जाएगा। समर्थन मूल्य पर किसानों से मक्का की खरीदी एक दिसंबर 2021 से 28 फरवरी 2022 तक की जाएगी। मक्का खरीदी की अधिकतम सीमा 10 क्विंटल प्रति एकड़ निर्धारित की गई है। सहकारी समितियों में शासकीय अवकाश के दिनों को छोड़कर सप्ताह में सोमवार से शुक्रवार तक धान की खरीदी होगी। इसके लिए किसानों को रविवार से शुक्रवार तक सुबह साढ़े नौ बजे से शाम पांच बजे तक टोकन जारी किये जायेंगे। ग्रामवार दिनवार टोकन जारी करने की व्यवस्था समिति स्तर पर निर्धारित होगी। खरीदे गए धान और मक्का की राशि किसानों के खाते में सीधे भुगतान की जाएगी।
जिला प्रशासन द्वारा समर्थन मूल्य पर किसानों से धान और मक्का खरीदने की तैयारियां तेजी से पूरी कर ली हैैं। पिछले वर्षों की परंपरा को कायम रखते हुये जिले में इस वर्ष भी जीरो शॉर्टेज पर धान खरीदी की जाएगी। केवल पंजीकृत वास्तविक किसानों से ही धान खरीदी की जाएगी। जिले में इस बार धान खरीदी के लिए 40 हजार 472 किसानों ने पंजीयन कराया है। कलेक्टर श्रीमती साहू ने अनाधिकृत रूप से धान बेचने के लिए आने वाले व्यक्तियों की सूचना तत्काल जिला प्रशासन को देने के भी निर्देश जारी किए हैं। ऐसे अवैध रूप से बेचने की कोशिश करने वाले धान को जिला प्रशासन द्वारा जप्त करने और संबंधित व्यक्ति के विरूद्ध भी नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी।
इस बार एक दिसंबर से ही किसानों के बारदानें में भी धान की खरीदी की जाएगी। पुराने जूट बारदानें की दर 18 रूपए प्रति नग निर्धारित की गई है। सभी धान खरीदी केन्द्रों में धान का क्रय मूल्य प्रदर्शित करने वाले बैनर लगाया जाना अनिवार्य होगा। धान खरीदी केन्द्रों पर किसानों के लिए पीने के पानी की समुचित व्यवस्था भी होगी। धान खरीदी केन्द्रों पर निर्मित चबूतरों पर ही सुरक्षित रूप से धान के बोरे रखे जाएंगे। धान खरीदी केन्द्रों में जल निकासी की व्यवस्था और खरीदे गये धान को आकस्मिक बारिश से बचाने के लिए तालपत्री-केप कव्हर की भी पहले से ही व्यवस्था की जा रही है। सभी धान खरीदी केन्द्रों में नापतौल के लिए कांटाबाट को संबंधित विभाग द्वारा जांच कराकर प्रमाणित कराकर ही उपयोग किया जाएगा। धान खरीदी के समय किसानों से खरीदी जाने वाली धान की मात्रा को अनिवार्य रूप से उनकी ऋण पुस्तिका में इन्द्राज भी किया जाएगा। छोटे लघु सीमांत किसानों को धान की खरीदी में प्राथमिकता मिलेगी। किसी भी स्थिति में 17 प्रतिशत से अधिक नमीं का धान नहीं खरीदा जाएगा। धान में नमी की जांच के लिए सभी खरीदी केन्द्रों में आर्द्रतामापी यंत्रों की व्यवस्था और उनका कैलीब्रेसन करा लिया गया है। सभी धान खरीदी केन्द्रों में कम्प्यूटर, प्रिंटर, डाटा एन्ट्री ऑपरेटर आदि संसाधनों की पर्याप्त व्यवस्था भी की गई है।
*समस्या या शिकायत के लिये बना कण्ट्रोल रूम-* धान खरीदी संबंधी किसी भी प्रकार की समस्या या शिकायत या किसी अन्य जानकारी के लिये जिला प्रशासन द्वारा डीएमओ कार्यालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। नियंत्रण कक्ष का दूरभाष क्रमांक 07759-351105 है। धान उपार्जन से संबंधी किसी भी प्रकार की जानकारी या शिकायत के लिये टोल फ्री नंबर 1800-233-3663 पर भी निःशुल्क फोन कर जानकारी प्राप्त की जा सकेगी।

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