भूविस्थापित महिला रोजगार की मांग को लेकर करेगी आत्मदाह
कोरबा 28 दिसंबर। एसईसीएल के कुसमुंडा खदान में जमीन अधिग्रहण के बाद 12 गांव के प्रभावित भूविस्थापित उचित रोजगार, मुआवजा व बसाहट की मांग को लेकर ाूविस्थापित रोजगार एकता संघ के बैनर तले विगत दो माह से एसईसीएल कुसमुंडा मुयालय के सामने धरने पर बैठे हुए हैं। लेकिन प्रबंधन द्वारा उनकी मांगों पर विशेष ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिससे भूविस्थापितों में गहरा आक्रोश है। अब भूविस्थापित नए साल से अपने आंदोलन को तेज करने की मंशा बना रहे हैं जिसके तहत आगामी 1 जनवरी को एसईसीएल कुसमुंडा कार्यालय के सामने जंगी प्रदर्शन एवं घेराव किया जाएगा। इसके लिए रणनीति तैयार भी की जा रही है।
इस बीच भूविस्थापित परिवार से जुड़ी एक महिला ने प्रदेश के राज्यपाल को पत्र लिखकर आगामी 27 जनवरी को आत्मदाह किये जाने की सूचना दी है। राज्यपाल को प्रेषित पत्र में एसईसीएल कुसमुंडा द्वारा अधिग्रहित ग्राम नरईबोध की निवासी शकुंतला बाई कश्यप पति राधेश्याम कश्यप ने कहा है कि उसके ससुर सुंदरलाल कश्यप के नाम ग्राम जरहाजेल तहसील कटघोरा के अंतर्गत 3.13 एकड़ की भूमि स्थित थी। उक्त भूमि को एसईसीएल कुसमुंडा परियोजना ने अधिग्रहित किया। जमीन अधिग्रहण के बदले प्रबंधन द्वारा दिए जाने वाले रोजगार एवं बसाहट हेतु उसके पति राधेश्याम कश्यप द्वारा 2016 में नामांकन भरा गया था। आज तक उसके पति को रोजगार एवं बसाहट नहीं दिया गया है। पिछले पांच सालों से एसईसीएल प्रबंधन झूठा आश्वासन देकर गुमराह कर रहा है जिससे पूरा परिवार परेशान है। यदि शीघ्र ही एसईसीएल प्रबंधन द्वारा रोजगार देरे हेतु कदम नहीं उठाया गया तो वह 27 जनवरी को मजबूरन आत्मदाह करने हेतु विवश हो जाएगी। जिसकी पूरी जवाबदारी एसईसीएल कुसमुंडा क्षेत्र के जिम्मेदार अधिकारियों की होगी।