July 15, 2024

जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठकः संभावित दुर्घटनाजन्य स्थानों पर होंगे सुरक्षा के इंतजाम

जिले में चार ब्लैक और सात ग्रे स्पॉट चिन्हांकित, कलेक्टर की अध्यक्षता में हुई बैठक

कोरबा 29 दिसंबर। जिले में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए यातायात नियमों का पालन कराने सहित संभावित दुर्घटना जन्य स्थानों पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए जाएंगे। वाहन चालकों को यातायात नियमों की जानकारी देने के साथ-साथ सड़कों के चौड़ीकरण, चौकसुधार, सड़कों के किनारे अवैध कब्जों को हटाने की कार्रवाई भी जिले में शुरू होगी। इसके साथ ही शहर और जिले की मुख्य सड़कों पर बैठने वाले मवेशियों को भी हटाया जाएगा। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू की अध्यक्षता में जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में सर्व सम्मति से यह निर्णय लिए गए। बैठक कलेक्टोरेट सभा कक्ष में आयोजित हुई। बैठक में पुलिस कप्तान श्री भोजराम पटेल, एडीएम श्री सुनील नायक, नगर निगम आयुक्त श्री कुलदीप शर्मा, जिला परिवहन अधिकारी श्री विजेन्द्र पाटले, लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री ए. के. वर्मा, राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्राधिकरण के अधिकारी और कटघोरा, पाली तथा कोरबा के सीएसपी भी शामिल हुए।

बैठक में बताया गया कि इस वर्ष हुई सड़क दुर्घटनाओं के आधार पर जिले में राष्ट्रीय राजमार्गों , राज्य राजमार्गों पर चार ब्लैक स्पॉट और सात ग्रे स्पॉट चिन्हांकित किए गए हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 130 पर बांगो थाना क्षेत्र में दो, कटघोरा थाना क्षेत्र में एक और क्रमांक 149-बी पर दर्री थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्गएक ब्लैक स्पॉट चिन्हांकित किया गया है। कटघोरा थाना क्षेत्र में विष्णु ढाबा-भलपहरी में, बांगो थाना क्षेत्र में गुरसिया और पोड़ी बसस्टैण्ड के पास तथा दर्री थाना क्षेत्र में दर्री बांध कनवेयर बैल्ट के पास ब्लैक स्पॉट चिन्हांकित किए गए हैं। इसी प्रकार भैंसमा, चचिया तिराहा-पसरखेत रोड, बतारी मोड़ के पास, शुक्लाखार मेनरोड, वैशाली नगर कुसमुण्डा, सरई सिंगार कुसमुण्डा और हरदीबाजार कुसमुण्डा क्षेत्र में सात ग्रे स्पॉट पहचाने गए हैं। बैठक में कलेक्टर श्रीमती साहू ने इन सभी ब्लैक और ग्रे स्पॉट्स में आवश्यकतानुसार सड़क पर तकनीकी सुधार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने इन जगहों पर साइन बोर्ड लगाने, गति संकेतक बोर्ड लगाने, रबर स्ट्रीप लगाने के भी निर्देश लोक निर्माण विभाग तथा राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को दिए। उन्होंने बिना रेलिंग वाले पुलों पर रेडियम पेंट युक्त रेलिंग और पुल के पहले गति अवरोधक बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने राष्ट्रीय राजमार्ग से ग्रामीण एवं जिला मार्गो के संगम स्थल पर भी रबर स्ट्रीप, संकेतक तथा रेडियम युक्त पेंट आदि कराने के निर्देश भी पीएमजीएसवाय तथा मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के अधिकारियों को दिए।

कोरबा शहर में यातायात को सुगम बनाने के लिए मुख्यमार्गों के दोनों तरफ से अवैध कब्जों को हटाने का अभियान चलेगा। सड़क पर वाहनों का दबाव कम करने और सड़क दुर्घटनाओं को रोकने में भी इससे फायदा होगा। सीएसईबी चौक से इंदिरा स्टेडियम के बीच भारी वाहनों की मरम्मत वाले अवैध कब्जाधारी गैरेजों और ट्रांसपोटर्स के अवैध कब्जों पर भी कार्रवाई होगी। इसके साथ ही रिस्दी चौक से घण्टाघर चौक तक, कोसाबाड़ी चौक से आईटीआई चौक तक, आईटीआई चौक से जैन चौक तक, सीएसईबी चौक से सुनालिया चौक तक, रेलवे क्रॉसिंग ओवर ब्रिज से सर्वमंगला चौक तक, पुराना बसस्टैण्ड से गौमाता चौक इमलीडुग्गु तक सड़कों पर बैठे मवेशियों को हटाने की भी कार्रवाई होगी। मवेशियों के मालिकों पर जुर्माना भी लगाया जाएगा।

शहर के विभिन्न सड़कों के किनारे भारी और कोयला वाहनों की अवैध पार्किंग पर भी प्रशासन की नजर है। विशेषकर रात में सड़क के दोनो तरफ अवैध रूप से लंबे समय तक खड़े होने वाले भारी और कोयला वाहनों पर चालानी कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने इसके लिए एसडीएम, आरटीओ और पुलिस अधिकारियों के दल बनाकर कार्रवाई करने के निर्देश भी बैठक में दिए हैं। इसके साथ ही कोयला खदानों से कोयले की गाड़ियों को एक साथ ना छोड़कर अलग-अलग समय पर छोटे-छोटे लॉट में निकालने पर भी बैठक में चर्चा हुई। कोयला खदानों से एक ही समय में एक साथ गाडियां डिस्पैच होने से शहर की सड़कों पर भारी वाहनों का दबाव बढ़ता है और सड़क दुर्घटनाएं होने की संभावना भी बढ़ जाती है। इसे रोकने के लिए खदानों से बारी-बारी से समयबद्ध डिस्पैच के लिए कार्ययोजना तैयार करने एसईसीएल तथा खनिज विभाग के अधिकारियों को बैठक में निर्देशित किया गया है।

बैठक में बताया गया कि जिले में इस वर्ष अब तक सड़क दुर्घटनाओं के 529 मामले सामने आए हैं। इनमें 195 लोगों की मौत हुई और 446 लोग घायल हुए हैं। बैठक में यह भी बताया गया कि सड़क दुर्घटनाओं में हुई मौतों में से 107 मौतें वाहनों की ओवर स्पीडिंग के कारण दुर्घटनाओं में हुई हैं। अधिकांश दुर्घटनाएं वाहन चालकों की गलती से हुई हैं। बैठक में यह भी बताया गया कि सबसे अधिक मौते राष्ट्रीय राजमार्गों पर हुई सड़क दुर्घटनाओं में हुईं हैं। सड़क दुर्घटनाओं के विश्लेषण से पता चला है कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर 63, राजकीय राजमार्गों पर 20 और जिले के अन्य मार्गों पर 112 लोगों की मृत्यु सड़क दुर्घटनाओं में हुई हैं। सबसे अधिक मृत्यु शाम छह से रात 11 बजे तक होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में हुई हैं। बैठक मे कलेक्टर ने सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए हाईवे पर पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाने, ओवर स्पीडिंग वाहनोंं पर कार्रवाई करने, दुर्घटना जन्य क्षेत्रों में मृतकों की संख्या सहित सावधान करने वाले साइन बोर्ड लगाने, रंबल स्ट्रीप और मैटेलिक ब्लॉक लगाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने यातायात नियमों का पालन नहीं करने वाले चालकों और अनफिट तथा खराब वाहनों का चालन प्रतिबंधित करने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए।

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