निजी उद्योगों संस्थानों में मजदूरों को सप्ताहिकी अवकाश मिले. सिन्हा
कोरबा 27 जनवरी। सामाजिक कार्यकर्ता विनोद सिन्हा ने जारी एक बयान में बताया कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रदेश सरकार ने प्रदेश में कार्यरत शासकीय कर्मचारियों को प्रति सप्ताह 2 दिन अवकाश देने की घोषणा की है लेकिन प्रदेश में निजी औद्योगिक व अन्य संस्थानों में कार्यरत मजदूरों को सप्ताह में 2 दिन अवकाश प्रदेश सरकार को देनी चाहिए । सप्ताहिकी अवकाश का भुगतान अनुदान के रूप में प्रदेश सरकार द्वारा संबंधित निजी उद्योगों व संस्थानों को देनी चाहिए ताकि असंगठित मजदूर जो शहरी क्षेत्रों में निजी उद्योगों व संस्थानों में कार्यरत हैं, जिनकी मजदूरी शासकीय कर्मचारियों से बहुत ही कम है जिसके चलते उनका जीवन यापन इस महंगाई में चलाना मुश्किल है, ऐसे मजदूरों के लिए शासन की ओर से कार्यरत निजी संस्थानों में प्रति सप्ताह दो दिवसीय अवकाश घोषित कर अवकाश की राशि संबंधित उद्योगों व संस्थानों को अनुदान के रूप में दी जाए ताकि निजी उद्योगों मैं कार्यरत मजदूरों को अपने परिवार के लिए कुपोषण से बचने व अपनी दशा सुधारने में मदद मिल सके।
सिन्हा ने आगे बताया कि कांग्रेस ने चुनाव घोषणापत्र में संविदा कर्मियों को स्थाई करने का वादा किया था । उस वादा को आज तक प्रदेश सरकार ने नहीं निभाया, जिसे जल्द से जल्द संविदा कर्मियों को स्थाई कर अपने वादा को पूरा करना चाहिए।