खतरे में पब्लिक टॉयलेट का अस्तित्व, लोगों की बढ़ी परेशानी
कोरबा। शहर के अलग-अलग स्थानों पर निगम द्वारा बनाए गए पब्लिक टॉयलेट के सामने ठेेले और वाहन मालिकों का कब्जा हो गया है। टॉयलेट के सामने भारी वाहनों की पार्किंग की जा रही है, इससे कई जगहों पर ढूंढने पर भी टॉयलेट दिखाई नहीं पड़ते। आम लोग खासकर महिलाओं को इससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई बार निगम की कार्रवाई के बाद भी इसपर पूर्ण रूप से विराम नहीं लग पा रहा है।
नगर निगम द्वारा शहर में जरूरत के हिसाब से बाजार, मुख्य मार्ग, बस स्टैंड सहित अन्य स्थानों पर सुलभ शौचालय का निर्माण कराया गया है। इसकी उपयोगिता अब सार्थक नहीं हो पा रही है। दरअसल शौचालयों के आसपास छोटे-छोटे दुकान, तो कहीं भारी वाहनों की पार्किंग, बसों का मेंटनेंस कार्य सहित दूसरे काम किए जाते हैं। इससे इन स्थानों में आने-जाने वाले लोगों को शौचालय उपयोग पर काफी परेशानी होती है। खासकर महिला वर्ग को इस अव्यवस्था से बहुत नाराजगी है। दरअसल शौचालयों के आसपास पुरूषों का जमावड़ा हंसी ठिठोलीं करते रहते हैं। ऐसे में महिलाएं दूर से लौट जाती है। नगर निगम द्वारा कई बार इसपर कार्रवाई की जा चुकी है। शौचालयों के आसपास किसी भी प्रकार के अतिक्रमण या रास्ता जाम करने पर सख्त कार्यवाई का निर्देश भी है। उसके बाद भी अव्यवस्था का आलम बना हुआ है। पुराना बस स्टैंड में शौचालय को लेकर दो बड़ी परेशानी है, पहली ये कि शौचालय बस स्टैेंड के बजाए मुख्य मार्ग में बनाया गया। बस स्टैंड आने वाले लोगों को पहले तो शौचालय ढूंढना पड़ता है। दूसरी परेशानी ये कि जब लोग शौचालय पहुंचते है तो मुख्य द्वार में ही जाम लगा होता है, सामने छोटी-छोटी दुकानें लगी हुई है। इससे शौचालय का प्रवेश द्वार ही संकीर्ण हो गया है। इंदिरा स्टेडियम तिराहे में तुलसीनगर मार्ग पर सुलभ शौचालय के सामने भारी वाहनों की रोजाना लम्बी कतार लगी रहती है। शौचालय के सामने ठेले और पंचर की दुकान खोल ली गई है, जहां वाहनों का मेंटनेंस कार्य होता है। वाहन चालकों की भीड़ लगी रहती है इस वजह से आम लोग इसके उपयोग करने नहीं पहुंच पाते। टीपीनगर स्थित नए बस स्टैंड मेें यात्रियों की सुविधा के लिए सुलभ शौचालय बनवाया गया है। स्थिति ये है कि शौचालय के सामने ही दिनभर छोटी-बड़ी बसें खड़ी हुई रहती है। यात्री यहां-वहां खोजते रहते हैं।