पाली में एक मार्च को महाशिवरात्रि मेले का आयोजन, उमड़ेगी श्रद्धालुओं की भीड़
कोरबा 27 फरवरी। ऐतिहासिक पाली मंदिर के प्रसिद्ध पाली में एक मार्च महाशिवरात्रि मेला का आयोजन होगा। नगर पंचायत ने इसकी तैयारी कर ली है। मेले के दौरान होने वाली महोत्सव के संबंध में प्रशासन ने अभी तक अधिकृत सूचना जारी नहीं की है। कोरोना काल को देखते हुए महोत्सव आयोजन को स्थिगित माना जा रहा है। मेले को लेकर नगरवासियों में उल्लास तो बना हुआ है, लेकिन प्रतिवर्ष होने वाली महोत्सव की कमी महसूस की जा रही है।
कारोना संक्रमण काल को देखते हुए निकटवर्ती जिले में रतनपु, राजिम, शिवरीनारायण आदि स्थानों में मेले का आयोजन शुरू हो चुका है। इस आशय पाली में प्रतिवर्ष होने वाले शिवरात्रि मेले में आयोजन तय माना जा रहा। बताना होगा कि पाली के ऐतिहासिक शिव मंदिर के तट पर वर्षों से महाशिवरात्रि पर्व पर विशाल मेला का आयोजन होते आ रहा है। वहीं विगत कुछ वर्षों से इस स्थल और क्षेत्र की ऐतिहासिक महत्व को दर्शाने के साथ प्रदेश की सभ्यताए, संस्कृति को देश-विदेश को रूबरू कराने के उद्देश्य से पाली महोत्सव की भव्य शुरुआत हुई है। इस वर्ष कोरोना वायरस की तीसरी लहर के कारण जिले में कटघोरा किसान मेला के आयोजन की अनुमति नहीं दी गई। नगर वासियों की माने तो कोरोना संक्रमण का असर काफी हद तक कम हो गया है और स्थिति सामान्य हो रही हैं। प्रदेश के विभिन्ना स्थानों में पारंपरिक मेलों के आयोजन को स्थानीय प्रशासन ने स्वीकृति दे दी है। ऐसे में पाली मेले के साथ महोत्सव आयोजन को भी मूर्त रूप दिया जाता तो अच्छा होता। पर्वू वर्षों में पाली महोत्सव को लेकर जिला प्रशासन की ओर से पखवाड़े भर पहले तैयारी शुरू कर दी जाती थी। महाशिवरात्रि पर्व को एक दिन शेष है ऐसे में अभी तक प्रशासन की ओर से पाली महोत्सव के संबंध में अधिकृत सूचना जारी नहीं की गई है। नगरीय पंचायत की तैयारी के अनुसार पाली मेला स्वाभाविक तौर पर एक मार्च मंगलवार को महाशिवरात्रि पर्व के दिन से शुरू हो जाएगा और 13 मार्च रविवार तक आयोजित होगा। उल्लेखनीय है कि पाली महोत्सव का आयोजन प्रशासन की ओर से किया जाता है और गत वर्ष से राज्य के संस्कृति विभाग के अंतर्गत शामिल भी किया गया था। वहीं पाली महाशिवरात्रि मेला का आयोजन पंचायत स्तर पर होता है। इस बार महोत्सव आयोजन नहीं होने से नगर वासियों में असंतोष व्याप्त है।