November 7, 2024

प्रशासन ने रोकी राशि, ठेका कंपनी ने बंद किया सड़क निर्माण कार्य

कोरबा 28 फरवरी। हरदीबाजार.-तरदा व सर्वमंगला-इमलीछापर सड़क मार्ग के निर्माण कार्य शुरू होने से स्थानीय लोगों को यह उम्मीद बंधी थी कि जल्द ही खराब सड़क से उन्हें राहत मिल पाएगी। सड़क का काम युद्धस्तर पर नागपुर की ठेका कंपनी कर रही थी। प्रशासन ने एसईसीएल से मिली 4202 लाख का आबंटन निर्माण एजेंसी पीडब्ल्यूडी को नहीं किया। लिहाजा पिछले चार दिन से निर्माण कार्य बंद है। निर्माण कार्य निर्धारित प्रोजेक्ट अवधि में पूरा हो जाताए पर प्रशासनिक अडंगा की वजह से यह संभव नहीं हो पाएगा। इसकी वजह से क्षेत्र के लोगों में भी निराशा देखी जा रही। इस मुद्दे पर कुछ लोगों ने जनहित याचिका भी बिलासपुर हाईकोर्ट में दायर की है, जिसकी सुनवाई सोमवार को है।

172.10 करोड़ की लागत से हरदीबाजार से इमलीछापर तक 27.19 किलोमीटर लंबा सड़क निर्माण का काम चल रहा है। निर्माण कार्य पूरा करने 30 माह का समय दिया गया है। बताया जा रहा है कि पांच किलोमीटर सीसी रोड का निर्माण काम पूरा कर लिया गया है। वहीं 5.5 किलोमीटर पर कार्य चल रहा। विडंबना ही है कि कार्य आबंटन के डेढ़ साल बाद भी 10.5 किलोमीटर की दूरी कार्य के लिए उपलब्ध नहीं हो सका है। अभी भी इस मार्ग में खंभे, पेड़ व अन्य बाधाएं हैं, जिससे निर्माण कार्य अवरूद्ध हो रहा। अब तक केवल 10 किलोमीटर ही प्रशासन ने खाली कराया है। शेष क्षेत्र के लिए प्रशासनिक रूचि नहीं होने की वजह से निर्माण में दिक्कतें आ रही। अब तक हुए कार्य गुणवत्ता की जांच भी अधिकारी समय समय पर करते रहे हैं। ठेका कंपनी एसएमएस लिमिटेड के एक जिम्मेदार अधिकारी का कहना है कि कार्य की गुणवत्ता किसी भी मूल्यांकन पर खरी उतरेगी। परियोजना का काम एक निर्धारित समयमान और चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा, लेकिन प्रशासन अपेक्षित सहयोग नहीं करते हुए विकास कार्य को अवरूद्ध करने की यथासंभव कोशिश कर रही। राशि आबंटन नहीं किए जाने के अभाव में परियोजना का काम बंद होने के कगार पर पहुंच गया है। कई बार विभाग को जानकारी देने के बावजूद भुगतान नहीं किया जा रहा।

पुरानी सड़क को उखाड़ कर नई सड़क बनाने का कार्य एसएमएस ठेका कंपनी की परियोजना का हिस्सा है। जबकि पेंच वर्क के लिए एसईसीएल ने अन्य एजेंसी को नियुक्त किया है। इससे प्रशासन भी भली. भांति अवगत है। इसके बावजूद पेंच वर्क को सड़क निर्माण एजेंसी के कार्य का हिस्सा बताया जा रहा है। ठेका कंपनी के अधिकारी ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा है कि पीडब्ल्यूडी ने कलेक्टर को पत्र लिख कर पांच किलोमीटर तक सीसी रोड़ का निर्माण कार्य पूर्ण किए जाने की जानकारी दी हैए साथ ही यह भी उल्लेख किया गया है कि 5.5 किलोमीटर का कार्य प्रगति पर है। इसके बावजूद भुगतान किए जाने की जगह पुनः निर्माण कार्य का ब्यौरा मांगा जा रहा है।

रेमनगर निवासी ललित चंद्रा का कहना है कि जनप्रतिनिधियों के काफी प्रयास के बाद इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू हुआ था, जो अब बंद हो गया है। एसईसीएल द्वारा राशि प्रदान की जा चुकी है, इसके बाद भी प्रशासन की ओर राशि प्रदान नहीं किया जाना समझ से परे है। राशि के अभाव में यदि काम बंद हो गया है, हमें मजबूरन एक बार फिर आंदोलन करना होगा।

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