रुपये बंटवारे के विवाद में चोरों ने हत्या कर छिपा दिया था शव, मुख्य आरोपी गिरफ्तार
कोरबा 9 मार्च। हत्या कर रानी अटारी के जंगल में लाश पत्तों में छिपा देने के मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है। कोयला खदान में अपराधिक वारदातों को अंजाम देने वाला चोरों का एक गिरोह के बीच आपसी विवाद का यह नतीजा रहा। चोरी के बेचे गए सामान के एवज में मिले रूपये के बंटवारे को लेकर आपस में भिड़ गए। इस बीच एक अपराधी ने गमछा से गला घोंट कर गिरोह के एक अन्य सदस्य की हत्या कर दी।
गत नौ फरवरी को पसान थाना के अंतर्गत आने वाले रानी अटारी के जंगल में एक व्यक्ति की लाश पत्तों में ढकी अवस्था में मिली थी। मृतक के कपड़े, जूते व घड़ी के आधार पर उसकी पहचान राधिका प्रसाद गोड़ पिता मोहर साय 38 वर्ष निवासी ग्राम पिपरिया सीपत पारा के रूप में की गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला घोंट कर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई। मृतक की पहचान होने के बाद उसका पूरा ब्यौरा पुलिस ने एकत्रित किया, तब पता चला कि साउथ इस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड एसईसीएल की रानी अटारी कोयला खदान में राधिका कोयला, डीजल व कबाड़ की चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया करता था। उसके साथ चार अन्य साथी भी जुड़े थे। चार फरवरी की रात को सभी एक साथ रानी अटारी कोयला खदान के पास चोरी करने की योजना बना कर एकत्रित हुए थे। इस बीच एक अन्य साथी सेमलाल गोड़ उर्फ पतलू पिता नानसिंह 30 वर्ष निवासी पिपरिया सीपतपारा के साथ उसका विवाद हो गया। बताया जा रहा है कि इसके पहले किए गए चोरी के सामान को बेचने के बाद मिले रूपयों के बंटवारे को लेकर कहा सुनी शुरू हुई और बात इतनी बढ़ गई कि गमछा से सेमलाल ने राधिका की बेरहमी से गला घोंट कर हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद सेमलाल मौके से भाग निकला। उसके अन्य चार साथी इस उम्मीद से उसे अस्पताल ले जा रहे थे कि वह जिंदा है, पर रास्ते में उन्हें यह एहसास हुआ कि उसकी सांसे थम गई है। वापस लौट कर जंगल में झाड़ियों के बीच पत्ते में शव को ढांक सभी फरार हो गए। पुलिस ने मुख्य आरोपित सेमलाल को धारा 302, 201 के तहत गिरफ्तार कर लिया है। फरार हो चुके उसके साथियों की पुलिस सरगर्मी से पतासाजी कर रही।
पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने बताया कि मृतक की पहचान राधिका प्रसाद के रूप में होने के साथ ही पुलिस की जांच को दिशा मिल गई। जांच के दौरान पता चला कि मृतक चोरी की घटनाओ में लिप्त था, इस आधार पर उसके साथियों का ब्यौरा एकत्रित किया गया। इस बीच मुख्य आरोपित सेमलाल ही पुलिस को हत्थे चढ़ गया। पूछताछ किए जाने पर उसने अपराध स्वीकार करते हुए पूरी कहानी बयां कर दी। एसपी पटेल का कहना है कि सभी आरोपितों का नाम पता चला गया है, जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। कोयला खदान चाहे शहरी क्षेत्र में संचालित हो या फिर ग्रामीण क्षेत्र में। सभी खदान अपराधियों के निशाने पर है। प्रशासनिक स्तर पर कोयला, कबाड़ व डीजल की चोरी रोकने की कवायद लंबे समय से की जा रही है, पर कालरी क्षेत्र में होने वाले अपराध पर अंकुश नहीं लग रहा। इस हत्या की वारदात की पृष्ठभूमि में यदि हम जाएं तो खदान में होने वाले अपराध से जुड़ा है।