एक साथ मिलकर काम करेंगे तो जेवरा महासभा होगी समृद्ध
कोरबा 13 जून। अखिल गोंड समाज महासभा केंद्र, जेवरा के अधिकारियों-कर्मचारियों, पुरुष, महिला व युवा वर्ग द्वारा सामुदायिक भवन
आदि बड़ादेव शक्तिपीठ में संविलियन विषय पर चर्चा करने बैठक आयोजित किया गया। बैठक में समाज का विकास एवं योगदान करना, समाज को एक सूत्र में बांधना, शिक्षा, रोजगार को बढ़ावा देना, प्रशिक्षण देना,सम्मेलन करना आदि निर्णय लिया गया।
बैठक प्रारंभ करने के पूर्व जेवरा महासभा के प्रथम सभापति स्वर्गीय धनसिंह आर्मो के शैल चित्र पर चावल और महुआ फूल अर्पित कर बैठक शुरू की गई। इस दौरान रतनपुर पालीगढ़ जेवरा महासभा के पदाधिकारियों समेत सैकड़ों सदस्यगण उपस्थित थे। इनमें से केवल 22 सदस्यों को रतनपुर पालीगढ़ महासभा में सदस्यता ग्रहण करने का कारण दर्शा कर उनकी सदस्यता समाप्त की गई है, जबकि सदस्यों ने सदस्यता ही ग्रहण नहीं किया हैं। जेवरा महासभा के 22 सदस्य को निष्कासित करना, बैठक में बात रखने वाले को चुप कराना वार्षिक महासभा में आय व्यय का ब्यौरा नहीं देना, संविलियन के लिए देव व्यवस्था व गोत्र व्यवस्था का बहाना बनाना। यदि जेवरा महासभा के पदाधिकारीगण सबको साथ लेकर चलते तो नया महासभा का गठन नहीं होता। विचार विमर्श पश्चात बैठक में सभी ने एकमत से नया महासभा गोंड समाज महासभा केंद्र, जेवरा बद्ध गठन करने का निर्णय लिया गया। बैठक में संविलियन से क्या लाभ व क्या हानि होगा, छत्तीसगढ़ राज्य बनने के 20 वर्षों बाद समाज कहां पहुंचा है और आगे 20 वर्ष बाद समाज कहां पहुंचेगा। जेवरा महासभा के गोत्र व्यवस्था, देव व्यवस्था तथा अन्य महासभा की गोत्र व्यवस्था, देव व्यवस्था, जेवरा महासभा से लड़की या लड़का नहीं मिलने पर अन्य महासभा से रोटी बेटी का लेनदेन आदि विषय पर विचार-विमर्श किया गया। नया गोंड समाज महासभा केंद्र, जेवरा के गठन को जेवरा महासभा का पूर्व पदाधिकारियों के साथ-साथ वर्तमान पर पदाधारियों और कई गांवों का भी समर्थन मिला है। बैठक में निर्णय लिया कि ऐसे विद्यार्थी जो प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करना चाहते हो, घर की परिस्थिति व आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण आगे की पढ़ाई नहीं कर पा रहे हो और ऐसे युवा वर्ग जो अपने जीवन में कुछ करना चाहते हो, स्वरोजगार स्थापित करना चाहते हो एवं ऐसे अन्य वर्ग जो अपनी समस्याओं का हल नहीं कर पा रहे हो, ऐसे लोग जयसिंह राज से कुछ सुझाव एवं मार्गदर्शन लेना चाहते हैं। इस दौरान मुख्य रूप से सेवक राम मरावी, श्याम लाल मरावी, कृषि मरावी, सखाराम आर्मो, प्रयागराज सांडिल्य, प्रतापसिंह सिरसो, सुंदर सिंह मरकाम, भाग सिंह सरोटिया, जयसिंह राज, महासिंह मरकाम, प्रहलाद सिंह कोरम, सुंदर लाल मरावी, डा नवीन मरकाम, अहिल्याबाई टेकाम, मंगली बाई खुरसेंगा, मीना राज, सरोज नेटी, बीरम बाई, लक्ष्मी बाई मरावी सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे। जेवरा महासभा के प्रथम सभापति के सुपुत्र प्रीतम आर्मो, प्रेम सिंह मरकाम, सीईओ, सुरेश भूपल सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर, टीडीएस सांडिल्य, सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर, केएस मसराम, उपायुक्त आदि ने भी बैठक का समर्थन किया।