November 21, 2024

सिलकोसिस लाइलाज रोग, बचाव के उपाय ही इसकी सुरक्षा है: डॉ अग्रवाल

एबीवीटीपीएस मड़वा में निषुल्क स्वास्थ्य एवं जागरूकता शिविर आयोजित

कोरबा 25 जून। अटल बिहारी वाजपेयी ताप विद्युत गृह (एबीवीटीपीएस) मड़वा में निशुल्क स्वास्थ्य एवं जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर 40 व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण एवं परामर्श दिया गया। रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल रायपुर के पेट एवं लीवर रोग विशेषज्ञ डॉ. संदीप पांडेय एवं छाती, श्वांस व दमा रोग विशेषज्ञ डॉ. गिरीश अग्रवाल ने विद्युत संयंत्र के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया। कार्यक्रम में मुख्य अभियंता एचएन कोसरिया द्वारा दोनों ही विशेषज्ञ चिकित्सकों का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया।

जागरूकता व्याख्यान में श्वास एवं दमा रोग विशेषज्ञ डॉ. गिरीश अग्रवाल ने कहा कि सिलिकोसिस फेफड़ों से संबंधित रोग है। यह रोग फैक्ट्रियों में काम करने वाले लोगों को होता है, जहां पर धूल में सिलिका पाया जाता है। डॉ. अग्रवाल ने बताया कि सिलिका क्रिस्टल की आकृति के तेज धारदार सूक्ष्म कण होते हैं। कोल माइंस व धूलभरे वातावरण में इस रोग के होने की आशंका ज्यादा होती है। डॉ. अग्रवाल ने बताया कि सिलकोसिस का इलाज नहीं है। इसके सुरक्षात्मक उपाय ही इस रोग से बचाव है। सिलकोसिस रोग से ग्रसित व्यक्ति यदि गांज, बीड़ी या सिगरेट पीता है तो यह रोग और तेजी से बढ़ता है। इससे फेफड़े तेजी से खराब होते हैं। सिलकोसिस के मरीज को टीबी और कैंसर का खतरा ज्यादा रहता है।

पेट एवं लीवर रोग विशेषज्ञ डॉ. संदीप पांडेय ने कहा कि फैटी लीवर होने से व्यक्ति के बीमार होने की आशंका ज्यादा है। यदि किसी व्यक्ति को डायबिटिज या थायरायड है तो उसे नियंत्रित करना जरूरी है। क्योंकि दोनों ही कारणों की वजह से लीवर फैटी होता है। इसलिए नियंत्रित जीवनशैली, हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज कर रोगों से बचा जा सकता है। दोनों ही विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब दिया गया।

कार्यक्रम के अंत में मुख्य अभियंता एचएन. कोसरिया द्वारा दोनों ही विशेषज्ञ चिकित्सकों को समृति चिह्न भेंटकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मंच संचालन अधीक्षण अभियंता टीके नेताम द्वारा किया गया। इस अवसर पर अतिक्ति मुख्य अभियंता आलोक लकरा, रामजी सिंह, आरजी देवांगन, रामजी सिंह, एसएन देवांगन, वरिष्ठ मुख्य रसायनज्ञ आरके तिवारी एवं अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एमआर स्नेही, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. इंदु साहू एवं आरके साहू समेत चिकित्सा विभाग की टीम समेत अधिकारी एवं कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

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