November 7, 2024

निरीह पालतू जीव को अजगर ने बनाया शिकार, सांप को रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा सुरक्षित

कोरबा 24 जुलाई। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में इन दिनों विशालकाय अजगर साक्षात यमराज नजर आ रहे हैं। खासकर दर्री पुलिस थाना क्षेत्र में पिछले एक सप्ताह से हर दूसरे दिन किसी ना किसी निरीह पालतू जीव को अपना शिकार बना रहे हैं। पालतू खरगोश, बिल्ली, कबूतर सहित जंगली सियार तक अजगर का शिकार बन चुके हैं, जिनका लाइव वीडियो भी सामने आया है।

नगर निगम कोरबा के दर्री बस्ती के एक घर में लोग उस वक्त सख्ते में आ गए जब सुबह करीब 4.30 बजे एक 8 फिट लंबा अजगर घर के पालतू खरगोश को अपना शिकार बनाता नजर आया। घर के मुखिया राधेश्याम यादव जब सोकर सुबह उठे तो उन्होंने देखा कि चारपाई के बगल में एक अजगर उनके पालतू खरगोश को लपेटे जमीन पर पड़ा हुआ है। फिर उन्होंने देरी न करते हुए स्नेक रेस्क्यू करने वाली संस्था आर. सी. आर. एस के सदस्य विक्की सोनी और रघुराज को कॉल कर इस घटना की सूचना दी। दोनो सदस्यों के द्वारा जब घटना स्थल पर पहुंच कर देखा गया तो अजगर खरगोश को पूरी तरह से लपेट कर चारपाई के नीचे पड़ा हुआ था। दोनो ही सदस्यों ने सूझ बुझ से काम लेते हुए घर के सदस्यों मौके से दूर हटाया और खरगोश को सांप की पकड़ से छुड़ा कर, सांप को पूरी सुरक्षा के साथ पकड़ लिया। हालाकि इस घटना में खरगोश की जान चले गई। घर के मुखिया राधे श्याम यादव ने बताया कि वो सर्प को पहचान गए थे पर ऐसे मौके पर उन्होंने किसी भी तरह की लापरवाही ना करते हुए सर्पमित्रों को संपर्क किया। दोनो ही सर्पमित्रों के द्वारा सुबह बारिश में भीगते हुए आकर सांप को पकड़ा गया और वन विभाग को सूचित करते हुए दोनो सदस्यों ने सांप को रेस्क्यू किया जिसके बाद उसे दूर के ही जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया गया।

इसी तरह दर्री के ही सिंचाई कॉलोनी के एक घर में लोग उस वक्त सख्ते में आ गए जब उन्होंने शाम 7 बजे देखा कि एक अजगर घर की पालतू बिल्ली को अपना शिकार बना रहा है। बिल्ली की तेज आवाज सुनकर घर वालों ने शिकार करते सर्प को देखा, तो आरसीआरएस को कॉल कर इसकी सूचना दी। जब टीम के सदस्य वहां पहुंचे तो उन्होंने देखा कि एक बड़ा अजगर बिल्ली को पूरी तरह से लपेट कर दीवाल से सटे पेड़ के पास एक तार में लटका हुआ है। उन्होंने बिल्ली को सांप की पकड़ से छुड़ाया। हालाकि इस घटना में बिल्ली की जान चले गई। तीसरी घटना कृष्णा नगर मानिकपुर की है। यहां सर्प ने नागेंद्र सिंह के घर में पालतू कबूतरों को अपना शिकार बनाया। कबूतरों द्वारा रात में शोरगुल मचाया जाने लगाए तब घर वालों ने शिकार करते सर्प को देखा। फिर घर के मुखिया नागेंद्र सिंह ने आरसीआरएस टीम के प्रमुख सर्पमित्र अविनाश यादव को कॉल कर इसकी सूचना दी। अविनाश अपनी टीम के सदस्य सागर साहू और लोकेश के साथ वहां पहुंचे तो उन्होंने देखा कि उनके घर में बहुत से कबूतरों को मटके का घोंसला घर बनाकर रखा गया था, जिसमें स्पेक्टीकल कोबरा आ धमका था और एक कबूतर के बच्चे को अपना भोजन बना लिया। उसकी मां ने उसे बचाने का पूरा प्रयास कियाए पर वो नहीं बचा पाई। सर्पमित्रों के सही समय में पहुंचने पर उस घोंसले के बाकी कबूतरों की जान बच गई।

एक अन्य मामला गोपालपुर से लगभग 5 किलोमीटर दूर दौड़ाधरी नाम के गांव का है। शंकर के घर की बाड़ी में एक 10 फिट लंबा अजगर एक सियार को अपना शिकार बना रहा था। घर वालों ने इसकी जानकारी अपने आस पास वालों को दी। उनके पड़ोस के अमित कुमार चौहान ने आर सी आर एस के सदस्य रघुराज और शंकर को कॉल कर इस घटना की सूचना दी। कुछ ही समय बाद संस्था के सदस्य रघुराजए शंकर, अंजली और प्रिया घटना स्थल पर पहुंच गए। उन्होंने देखा कि अजगर सियार को अपना शिकार बना चुका था। घर वालों का कहना था कि सियार अक्सर उनकी बाड़ी में रात को खाने की खोज में घुस आते है। हालाकि इसके बाद सदस्यों के द्वारा वहा रुक कर इंतजार किया गया और अजगर के शिकार को छोड़ देने के बाद उसे पूरी सुरक्षा से रेस्क्यू कर लिया गया।

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