November 21, 2024

ऑनलाइन फ्रॉड करने वाली गैंग सक्रिय: पुलिस ने लौटाए डेढ़ करोड़, सावधान रहने की अपील

कोरबा 1 अगस्त। अलग-अलग तौर तरीकों से लोगों के पास मोबाइल पर कॉल कर ऑनलाइन फ्रॉड करने की घटनाएं बढ़ती जा रही है। इस प्रकार के काम में लिप्त गैंग दूसरे प्रदेशों से सक्रियता दिखा रही है।

कोरबा जिले में इस तरह के मामले बढ़ रहे हैं। अनेक मामलों में तत्परतापूर्वक शिकायत दर्ज कराने पर पुलिस ने अब तक की स्थिति में डेढ़ करोड़ से ज्यादा की रकम भुक्तभोगियों को लौटाने में सफलता प्राप्त की है। कुछ वर्ष पहले एसबीआई अधिकारी बनकर आने वाले फोन कॉल में ठगों के द्वारा कहा जाता था कि संबंधित कॉलर का एटीएम कार्ड ब्लॉक होने वाला है इसलिए सत्यापन के लिए जरूरी जानकारी दी जाए। झांसे में फंसने के साथ लोगों के खाते से हजारों से लेकर लाखों की रकम पार कर ली जाती थी। मामला समझ में आने के बाद पुलिसने ठगों पर नकेल कसी। इसके बाद अपनी जमीन पर मोबाइल टॉवर खड़े करने के नाम से ठगी का खेल शुरू किया गया। काफी लोगों को चपत लगाने के बाद जब ठग जेल पहुंचे तो उन्होंने नया पैतरा आजमाया। अब की स्थिति में लॉटरी से लेकर केबीसी में चयन होने का सपना दिखाकर ठगी करने का काम किया जा रहा है। इसके अलावा बीएसएनएल के सिम ब्लॉक होने का हवाला देकर भी लोगों से ठगी की जा रही है। कोरबा जिले के विभिन्न क्षेत्रों में सरकारी कर्मचारियों से लेकर व्यापारियों और जन सामान्य से लगभग 5 करोड़ की ऑनलाइन ठगी के मामले अलग.अलग थाना क्षेत्रों में दर्ज किये गए हैं। लापरवाही अथवा समझ की कमी के कारण लोगों के साथ इस प्रकार की घटनाएं हुई है और उन्हें अपनी मेहनत की बड़ी धनराशि गंवानी पड़ी। कई किश्तों में अथवा एक मुश्त यह राशि गंवाने वाले लोगों के द्वारा पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराने पर अज्ञात ठगों के खिलाफ मामले दर्ज किये गए और विवेचना में लिया गया। इसी के साथ लोगों को अलग-अलग माध्यम से जागरूक करने की कोशिश तेज की गई। पुलिस ने डिजिटल पेमेंट को लेकर सावधानी बरतने सहित फर्जी फोन कॉल से सावधान रहने की अपील भी लोगों से की है।

साइबर सेल प्रभारी कृष्णा साहू ने डिजिटल पेमेंट को लेकर सावधानी बरतने सहित फर्जी फोन कॉल से सावधान रहने की अपील भी लोगों से की है। जागरूकता से होगा बचाव ऑनलाइन फ्रॉड करने वाला गिरोह समय के साथ एडवांस हो रहा है जबकि पुलिस भी उन्हें दबोचने के लिए नई टैक्नालॉजी पर काम कर रही है। ऐसे मामलों से बचाव के लिए लोगों को जागरूक होने की जरूरत है।

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